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पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह बोले - किसान विरोधी काला कानून वापस करने के बाद ही मिलेगा किसानों को उनका हक

सिमुलतला Simultala (प्रीतम कुमार सिंह) : किसान विरोधी काला कानून वापस करने के बाद ही किसानों को उसका हक व हकूक मिलेगा। उपरोक्त बातें पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने सिमुलतला के समारिटन वेलफेयर डेवलपमेंट सोसाइटी परिसर में क्षेत्र के प्रबुद्ध व समाजसेवियों के बीच कही। उन्होंने जोर देकर कहा आज किसान की स्थिति हाशिये में लाकर खड़ा कर दिया गया है। किसान अपना मेहनताना भी खेती कर नहीं निकाल पा रहा है। किसान को उसके खेती में लगने वाला पूंजी का डेढ़ गुना प्राप्त होना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है।

उन्होंने व्यवस्था पर चोट करते हुए कहा दवाई की छोटी-छोटी टिकिया बेचने वाला पूंजीपति अपने लागत का कई गुणा मुनाफा जोड़ती है। पूंजीपति अपने सामानों का दाम खुद लगती है। विपरीत किसान मेहनत, मजदूरी कर अपने सर्वत्र निछावर कर उपज करता है। किसान को अपने उपज की वस्तु का दाम का भी निर्धारण नहीं करने का अधिकार नहीं है। सिंह ने कहा बिहार में भी किसान एकजुट हो रहा है आने वाला समय में किसान अपनी आवाज देश में चल रहे किसान आंदोलन के साथ कदम ताल करेगा।
 उपस्थित लोगों से पर्यावरण रक्षा के लिए वृक्षारोपण लगाने की सलाह दिया साथ ही लोकल नस्ल की आम, बैल, कटहल, पपीता, अमरूद आदिवकी बागवानी करने पर जोर दिया। इस दौरान बीते महीने कोरोना के आगोश में आकर मृत्यु हुए समाजसेवी राधाकांत यादव के पुत्र शिक्षक रविन्द्र प्रसाद यादव से मिलकर उन्हें ढांढस बंधा और हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।

इस अवसर पर साइमन घोष, पूर्व मुखिया अरुण झा, भूषण यादव, समाजसेवी आलोक राज, बंटी झा, शशिभूषण सिंह, गोविंद सिंह लाला, प्रकाश पंडित, आदित्य सिंह गब्बर, सोमनाथ सिंह, नरेश यादव, अशोक यादव, टिंकू राम आदि उपस्थित थे।

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