【 न्यूज़ डेस्क | अभिषेक कुमार झा 】 :- प्रखण्ड संसाधन केन्द्र में सोमवार को अव्यस्था के बीच शुरू हुई शिक्षक नियोजन काउंसलिंग में पहुंचे अभ्यार्थियों को फ़ज़ीहत झेलनी पड़ी। केन्द्र पर पहुंचे शिक्षक अभ्यर्थियों के बैठने के लिये ना तो पर्याप्त व्यवस्था की गई थी और ना ही को अन्य सुविधा ही दी गई थी। ऐसे में गिद्धौर प्रखण्ड क्षेत्र के सूदूर इलाके से आये शिक्षक अभ्यर्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। यूं तो विभाग द्वारा कोरोना गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया था, पर काउंसलिंग प्रक्रिया में मास्क, सोशल डिस्टनसिंग से सम्बंधित कोरोना गाइडलाइन की भी जमकर अनदेखी की गई। वहीं, सूखते हलक के साथ नौकरी की आस में परेशानी से दो-चार होते अभ्यर्थियों की सुध लेने की ज़हमत किसी ने नहीं उठाई, परिणामस्वरूप कॉउंसलिंग में जहां श्रम का सम्मान होना था वहां बेरोजगारी का अपमान किया गया। व्यवस्थाओं पर नाराजगी व्यक्त करते हुऐ अभ्यर्थियों ने ऑफ कैमरा बताया कि जिला प्रशासन ने कॉउंसलिंग सम्बन्धित दिशा-निर्देश जारी किए थे जिसका पालन नहीं किया गया।
वहीँ, काउन्सलिंग के दौरान लेट लतीफी एवं मनमर्जी कार्यशैली से अभ्यर्थी और पदाधिकारी एक दूसरे से उलझते हुए देखे गए। कॉउंसलिंग स्थल पर तू-तू मैं मैं की भी स्थिति बनीं रही।
ज्ञात हो, बीआरसी भवन में गिद्धौर के 8 पंचायतों से कुल 18 पदों के लिए सोमवार को कॉउंसलिंग की गई थी।