Gidhaur / गिद्धौर (अभिषेक) :- जिला के धार्मिक स्थलों में शुमार बाबा कोकिलचंद धाम गंगरा में 21 जुलाई बुधवार को अखाड़ी पूजन धूमधाम से मनाई जाएगी।
आशय की जानकारी साझा करते हुए विचारमन्च के संयोजक चुनचुन कुमार ने बताया कि धान की रोपनी शुरू होने से पूर्व यानि आसाढ़ माह में अखाड़ी पूजन और धान का नया फसल उपज होते ही अगहन माह में नेमान पर्व मनाने की 700 वर्षों की परंपरा आज भी जारी है। उन्होंने बताया कि स्थानीय किसान बाबा कोकिलचंद के दरबार में आखाड़ी पूजन सम्पन्न करके ही धान की रोपनी शुरू करते हैं।
श्री कुमार ने इतिहास पन्नों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि बाबा कोकिलचंद गिद्धौर स्टेट के तत्कालीन महाराजा स्व. हरि सिंह को मुगल शासक जहाँगीर के कैदगृह से छुडाकर गिद्धौर स्टेट की मर्यादा को जीवित किया था। गिद्धौर महाराजा हरि सिंह बाबा कोकिलचंद की आलोकिक शक्ति का एहसास कर उन्हें लोक देवता के रुप में स्वीकार करते हुए उनके गंगरा गाँव में ही पिंड स्थापित करवाकर पूजा अर्चना की शुरुआत करवाई थी। बाबा के संदेश , उनकी महिमा, यश एवं कृति को जनजन तक पहुँचाने हेतू 18 बीघा जमीन भी दान दी गई थी।