【न्यूज़ डेस्क | अभिषेक कुमार झा】 :-
सरकार और सरकारी महकमा में व्याप्त अनियमितता की बानगी देखनी हो तो गिद्धौर प्रखंड के कोल्हुआ पंचायत में तशरीफ़ लाइये, जहां 7 निश्चय योजना के तहत नल-जल योजना के लिए लाखों की राशि के वारे-न्यारे विभाग एवं कार्य एजेंसी द्वारा किये जाने का मामला सर्वविदित है,जिससे कि गिद्धौर प्रखंड में सरकार के इस महत्वकांक्षी योजना में पलीता लग रहा है।
दरअसल, गिद्धौर प्रखंड के कोल्हुआ पंचायत अंतर्गत खड़हुआ वार्ड नं. 01 के ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल मुहैया उपलब्ध करवाने के सरकारी उम्मीद पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं।
पीएचईडी विभाग व विभागीय संवेदक की मनमाफिक कार्य प्रणाली से यहां लोगों को योजना का अक्षरसः लाभ नही मिल पा रहा है। योजना में बरती गई अनियमितता का आलम यह है कि नवनिर्मित जलमीनार की खोखली फाउंडेशन कभी भी धराशायी हो सकती है।
जल मीनार के गुणवत्ता की बात की जाय तो स्ट्रक्चर निर्माण में गुणवत्ता को ताक पर रखे जाने के कारण पानी टंकी पर पानी के दबाब के कारण स्ट्रक्चर का हिस्सा पूरी तरह दब गया है।
स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि पानी टंकी के स्ट्रक्चर के धंस जाने के कारण यहां पानी टंकी में पानी ठीक तरह से भर भी नही पाता। योजना के प्राक्कलन को ताक पर रखकर गुणवत्ता विहीन कार्य करवाये जाने के कारण सरकार की यह योजना अनियमितता व भ्रष्टाचार की बलि वेदी पर चढ़ कर रह गया है, जिसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं।
#Gidhaur, #Corruption, #GidhaurDotCom
0 टिप्पणियाँ