जमुई / Jamui (न्यूज़ डेस्क) :- जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानो में बीते 23 नवंबर से पुरुष नसबंदी पखवाड़ा शुरू किया गया है। जनसंख्या नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा यह पहल करते हुए जिले के प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र को कम से कम तीन पुरुष के नसबंदी करने का लक्ष्य दिया गया है, लेकिन पांच दिन बीतने के बाद अबतक एक भी पुरुष का नसबंदी नहीं हो पाया है , जो विभागीय निर्देश को लेकर सजग स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी की पोल खोलता नजर आ रहा है।
कार्यक्रम के संचालन को लेकर विभाग द्वारा बनाए गए मुखिया सह अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रमेश प्रसाद ने बताया कि जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थान को निर्धारित लक्ष्य के तहत कार्य करना है। अगर किसी संस्थान लक्ष्य पीछे रहता है तो जवाब देह पदाधिकारी पर न्याय संगत कार्रवाई भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि महिला बंध्याकरण से पुरुष नसबंदी आसान है। पुरुष नसबंदी को लेकर एक भ्रांति है कि इससे पौरूष शक्ति नष्ट हो जाता है, लेकिन यह बिल्कुल गलत है। इस गलतफहमी को त्यागकर लोग बढ़ रही जनसंख्या विस्फोट को रोकने में अपना अहम योगदान निभाए। उन्होंने बताया कि पखवाड़ा आगामी 7 दिसम्बर तक चलाया जाएगा।
बता दें , पुरुष नसबंदी बिल्कुल आसान है। इसे लेकर लाभार्थी को ₹3000/- रुपये की सहायता राशि भी दिया जा रहा है, जबकि महिलाओं को मात्र दो हजार रुपया की राशि देने का प्रावधान है।
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