【 न्यूज़ डेस्क | अभिषेक कुमार झा】 :-
विधानसभा चुनाव में जहां पार्टियों में सीट बंटवारे को लेकर सियासत की सरगर्मी अपने चरम पर है वहीं, लोजपा से उपेक्षित होकर इस पार्टी के कई जमीनी कार्यकर्ताओं ने एलजेपी की सदस्यता छोड़ने का मन बना लिया है। इसी क्रम में लोजपा दलित सेना के प्रदेश महासचिव सुभाष चन्द्र बोस उर्फ सुभाष पासवान ने लोक जनशक्ति पार्टी से तत्काल इस्तीफा देने का मन बना लिया है।
उक्त आशय की जानकारी साझा करते हुए उनके मीडिया प्रभारी ने बताया कि अपने जमीनी कार्यकर्ताओं के साथ लोजपा ने विश्वासघात किया है। पूरी ईमानदारी, निष्ठा व संगठन के प्रति समर्पित भाव रखने के बावजूद भी लोजपा द्वारा धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए सिकन्दरा विधानसभा के प्रत्याशी सुभाष पासवान ने अपने एक पोस्ट में अंकित किया है कि जमुई जिले में जिस पार्टी को पौधे की तरह सींच कर एक वृक्ष बनाया, उसी पार्टी में किये गए परिश्रम के साथ धोखा किया गया है। उन्होंने अपने इस्तीफे की जानकारी प्रदेश अध्यक्ष को समर्पित करने की बात को भी स्पष्ट किया है।
वहीं, राजनीतिक सूत्रों की माने तो सिकन्दरा विस 240 से लोजपा सीट पर रविशंकर पासवान को प्रत्याशी घोषित किया गया है। जिसके बाद सुभाष पासवान सहित अन्य कार्यकर्ता ने एलजेपी का दामन छोड़ने का फैसला लिया है। बता दें, एक साथ यदि कई कार्यकर्ता एलजेपी से बगावत पर उतरते हैं तो जिले सहित सम्बन्धित विधानसभा में सांगठनिक शक्ति प्रभावित हो सकती है। फ़िलहाल अपने समर्पण के बदले सम्मान के आकांक्षी रहे सुभाष पासवान के लोजपा छोड़ने के बाद यह चर्चा है कि वे सिकन्दरा विधानसभा 240 से निर्दलीय नामांकण पर्चा दाखिल करेंगे।