गिद्धौर (Gidhaur News) :- जिला मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित गिद्धौर प्रखंड के कोल्हुआ पंचायत अंतर्गत कुमरडीह गांव विकास के इस युग मे एक सड़क की सुविधा के लिए तरस रहा है।
कुमरडीह गांव से सीधे सिमरिया धोबघट को जोड़ने वाले सड़क की स्थिति इस तस्वीर से बयां होती दिख रही है। बारिश के दिनों में कीचड़ से सने हुए इस सड़क पर गाड़ी तो दूर, लोग पैदल पांव चलना मुनासिब नहीं समझते। सरकारी हुक्मरानों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से कुमरडीह गांव के ग्रामीणों को सुलभ सड़कें मयस्सर नहीं हो सकी है।
बता दें, विगत एक दशक से यहां के ग्रामीण इस सड़क पर सफर के दौरान बाइक से चोटिल हो जाते हैं।
सड़क की समस्या पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए स्थानीय ग्रामीण मनीष ठाकुर, सुभाष राजहंस, बिमल मिश्र, अजित यादव, अनंत मिश्र, मनोज यादव, दयानंद विश्वकर्मा, आलोक झा, मनोज रावत, आदि बताते हैं कि स्थानीय जन प्रतिनिधियों से सड़क मरम्मती व कीचड़ से निजात को लेकर कई बार जन प्रतिनिधियों से मांग की गई है, बावजूद इसके इस समस्या के निदान को ले स्थानीय जन प्रतिनिधियों का रवैया यहां उदासीन बना हुआ है।
कुमरडीह गांव से सीधे सिमरिया धोबघट को जोड़ने वाले सड़क की स्थिति इस तस्वीर से बयां होती दिख रही है। बारिश के दिनों में कीचड़ से सने हुए इस सड़क पर गाड़ी तो दूर, लोग पैदल पांव चलना मुनासिब नहीं समझते। सरकारी हुक्मरानों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से कुमरडीह गांव के ग्रामीणों को सुलभ सड़कें मयस्सर नहीं हो सकी है।
बता दें, विगत एक दशक से यहां के ग्रामीण इस सड़क पर सफर के दौरान बाइक से चोटिल हो जाते हैं।
सड़क की समस्या पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए स्थानीय ग्रामीण मनीष ठाकुर, सुभाष राजहंस, बिमल मिश्र, अजित यादव, अनंत मिश्र, मनोज यादव, दयानंद विश्वकर्मा, आलोक झा, मनोज रावत, आदि बताते हैं कि स्थानीय जन प्रतिनिधियों से सड़क मरम्मती व कीचड़ से निजात को लेकर कई बार जन प्रतिनिधियों से मांग की गई है, बावजूद इसके इस समस्या के निदान को ले स्थानीय जन प्रतिनिधियों का रवैया यहां उदासीन बना हुआ है।