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गिद्धौर पुलिस पर पथराव, ASI सहित 4 सैप जवान घायल


न्यूज़ डेस्क |अभिषेक कुमार झा】 :-

आक्रोश, तनाव और नाराजगी के बीच प्रशासन और पब्लिक का माहौल इन दिनों तनावपूर्ण बना हुआ है। ये आलम है गिद्धौर प्रखंड के तारडीह का, जहां लॉक डाउन के आड़ में बालू माफियाओं का गोरखधंधा अकूट मुनाफ़े में फल-फ़ूल रहा है। इन माफियाओं का फन कुचलने पहुंची गिद्धौर पुलिस पर अचानक पथराव शुरू हो गयी। पथराव के बाद इलाके का माहौल तनाव पूर्ण हो गया।

गिद्धौर थाना, ग्रेड III

मामला बीते रात गुरुवार की है, जब गश्ती कर रहे गिद्धौर थाने के एसएसआई नित्यानंद सिंह सहित अन्य तीन सैप जवानों पर माफ़ियाओं के तेवर भारी पड़ गई। बताया जाता है कि, गिद्धौर पुलिस ने मंगलवार को गंगरा के सिमरा नदी घाट से अवैध बालू लदे ट्रैक्टर को जब्त किया था। इसी खुन्नस  में गश्ती गाड़ी को निशाना बनाया गया। देखते ही देखते मामले ने प्रखण्ड से लेकर जिले तक में तूल पकड़ लिया। माफियाओं के बढ़ते आतंक को देखकर गिद्धौर पुलिस वाहन लेकर थाना परिसर पहुंची, इसी दौरान गश्ती गाड़ी का पिछला शीशा उनके आक्रोश का शिकार हो गया।
गश्ती गाड़ी का टूटा शीशा

बीते रात तारडीह गांव में हुए इस हिंसक झड़प में घायल हुए एएसआई नित्यानन्द सिंह के साथ अन्य 3 सैप जवान को गिद्धौर स्थित दिग्विजय सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाकर, बीडीओ गोपाल कृष्णन, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राम स्वरूप, व थाना प्रभारी आशीष कुमार के सामने उपचार करवाया गया। इधर, इस हिंसक झड़प की खबर मिलते ही जिला प्रशासन के आदेश पर गिद्धौर, झाझा, लक्ष्मीपुर एवं मलयपुर थाना अपने पूरे दल-बल के साथ पहुंचकर पूरे घटनाक्रम पर नियंत्रण पाया। जबकि घटना क्रम के 48 घण्टे बीत जाने बावजूद भी गिद्धौर पुलिस दोषियों के गिरेबान तक नहीं पहुंच पाई है।

गिद्धौर अस्पताल में घायल एएसआई

- पथराव का कारण, कहीं अवैध राशि की उगाही तो नहीं -

वहीं, मामले के दूसरे छोर में कई सवाल कतारबद्ध हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि गिद्धौर पुलिस की शह के चलते ही क्षेत्र में अवैध बालू  उठाव का कारोबार पनप रहा है। ऐसे में पुलिस की भिंड़त नजराने वसूलने के संकेत दे रहे हैं। बीते दिन भी बालू उठाव को लेकर गांगरा में गिद्धौर पुलिस और माफ़ियाओं के बीच नोकझोंक हुई थी।

टूटा चूल्हा, क्षतिग्रस्त दरवाजा


- ग्रामीणों ने खोला मोर्चा, निकाली भड़ास -

घटनास्थल पर मौजूद दर्जनों महिला ग्रामीण नाम न छापने की शर्त पर बताती हैं कि गिद्धौर पुलिस पिछले कुछ दिनों से जब्त ट्रैक्टर को लेकर पूछताछ कर रही थी। जब्त किए ट्रेक्टर में थ्रेसर लगा हुआ था। बीते रात गिद्धौर पुलिस ने जबरन घर मे रखा चूल्हा, और घर के दरवाजे को क्षस्तिग्रस्त करते हुए अपमानित भरे शब्दों का प्रयोग कर अमानवीय व्यवहार किया।  ग्रामीणों ने बताया कि पूरे गिद्धौर प्रखंड क्षेत्र में कई महीनों से बालू माफ़ियाओं का बोलबाला है। गिद्धौर पुलिस अपनी नाकामयाबियों को छुपाने के लिए ऐसे मामले को परोस रही है।

आशीष कुमार भारती, गिद्धौर थानाध्यक्ष

गिद्धौर थानाध्यक्ष आशीष कुमार भारती ने बातचीत के क्रम में  दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कही। पर यहां गौरतलब है कि पुलिस पर पथराव जैसे हिंसक घटनाओं को अंजाम देने में भागीदार रही  दर्जनों ग्रामीण महिलाएं से संबंधित कोई भी साक्ष्य गिद्धौर पुलिस के पास नहीं है। इधर, घायल एएसआई नित्यानंद सिंह के फर्द बयान पर नामजद 5 अभियुक़्तों के साथ 2 दर्जन से भी अधिक अज्ञात अज्ञात पर गिद्धौर थाने में मामला दर्ज कराया गया है, फिर भी एफआईआर में नामजद आरोपी की गिरफ़्तारी गिद्धौर पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बनी है।
हालांकि,मामले से जुड़े मुख्य बिंदु को बताने से गिद्धौर पुलिस इंकार कर रही है, जिससे गिद्धौर पुलिस की चुप्पी घटनाक्रम से जुड़े कई सवालों को जन्म देकर उसे अनुसंधान के प्रकरणों से जोड़ रहा है।
फिलहाल, तारडीह का माहौल तनावपूर्ण है। यदि वरीय अधिकारियों द्वारा इस तनावपूर्ण मामले की जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई  नहीं की गई तो आगामी भविष्य में किसी बड़े घटना से इनकार नही किया जा सकेगा।