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मौरा : चैत्रीय नवरात्रि को लेकर भक्तिमय हुआ भलुवाही का माहौल

मौरा/ गिद्धौर (संजीवन /अजीत) :-

चैत्र शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि शनिवार को मां के चौथे रूप मां कुष्मांडा की पूजा की गई। इस दौरान गिद्धौर प्रखंड के  मौरा पंचायत के भलूवाही बगीचा स्थित चैती  दुर्गा मंदिर में पंडित जालेश्वरी पाण्डेय  जी एवं यजमान देवेन्द्र यादव के द्वारा पूजा पूरी नियम निष्ठा से जारी है।



-मां दुर्गा के पूजा से होती है सभी कामनाओं की प्राप्ति-

पं. जालेश्वरी पांडेय बताते हैं कि वासंतिक नवरात्र में मां दुर्गा की पूजा करने से भक्तों को मनोनुकूल फल अवश्य मिलता है। जो भक्त जिस कामना के साथ मां की पूजा करते हैं । उन्हें उसी प्रकार फल की प्राप्ति होती है। मां दुर्गा भक्त वत्सल हैं, सच्चे मन से माता की आराधना करने वाला कभी खाली हाथ नहीं लौटता है। माता की भक्ति से कठिन से कठिन दुखों तथा दोषों का नाश होता है और माता की असीम कृपा की प्राप्ति होती है। अन्य दिनों में भी जो श्रद्धालु माता की पूजा करते हैं उनपर माता की विशेष कृपा बनी रहती है, पारिवारिक सुख शांति की प्राप्ति तथा कष्टों का नाश होता है। हरेक व्यक्ति को मां दुर्गे की पूजा अवश्य करना चाहिए। हमारे भारत के प्रधानमंत्री के आदेश को भी पालन करना चाहिए क्योंकि सबसे बड़ी पूजा है बड़ो के बातों को नजर अंदाज नहीं करना इसलिए हमलोग इस 9 दिन तक अपने आराध्य देवी मां दुर्गे की पूजा करते समय मास्क लगा कर करें यह प्रण करते हुए पूजा करेंगे। यह कोविड 19 बीमारी छुआछूत की बीमारी है , पूजापाठ करते समय एक दूसरे के बगल में ना बैठें, कम से कम 2 फीट की दूरी पर ही बैठेंगे।
 बताते चलें कि मौरा में लॉक डॉउन को देखते हुए मेला न लगने से भालुवाहि का पूरा इलाका शांत हो गया है।