जमुई (न्यूज़ डेस्क) :- आजकल बिहार सरकार एक ओर कभी-कभी लोगों से स्वैच्छिक रक्तदान करने के लिए अपील करती रहती है, साथ ही कई जगहों पर तो दिवालों पर पेंटिंग करवाकर आजकल लोगों को जागरूक किया जाता है। वहीं दूसरी ओर सरकार के द्वारा विभागीय प्रस्ताव में पारित सुविधाओं को ताक पर रख कर रक्त अधिकोष संचालक अपनी मनमानी करते हैं ।
बताते चलें कि रक्तदान करने वालों को रक्त अधिकोष में तुरंत उन्हें रिफ्रेशमेंट के तौर पर रसगुल्ले और जूस देने का प्रावधान है और यह बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग का निर्देश है । लेकिन जमुई के सदर अस्पताल रक्त अधिकोष में रक्तदान करने वाले रक्तदाताओं को आज तक कभी रिफ्रेशमेंट नहीं दिया गया है । इतना ही नहीं, स्वैच्छिक रक्तदान शिविर मे भी जो लोग रक्तदान करते हैं उन रक्तदाताओं को रक्तदान के बाद विभागीय दिशा-निर्देश की अवहेलना करते हुए रक्त अधिकोष के संचालक के द्वारा आज तक कभी रिफ्रेशमेंट नहीं दिया गया है ।
रक्तदान करने वालों का कहना है कि हम शिविर में आकर इसलिए रक्तदान करते हैं कि हमारा खून रक्त अधिकोष में जमा रहेगा और जिनका कोई नहीं है या इमरजेंसी में मरीज को उनका खून देकर उनकी जान बचा सकेगा । लेकिन कम-से-कम हमलोगों के लिए जो सरकार का रिफ्रेशमेंट का प्रावधान है वह भी नहीं मिलता है । ऐसे में हमारे माध्यम से कोई नया व्यक्ति रक्तदान के लिए कैसे आगे बढ़ेगा ।
प्रबोध जन सेवा संस्थान के सचिव सुमन सौरभ ने बताया कि इसी संस्थान के इकाई के रूप में मानव रक्षक रक्तदाता परिवार काफी दिनों से रक्तदान और अंगदान के लिए जागरूकता का कार्य करती है, जिसमें कई सारे युवा एकसाथ मिलकर काम करते हैं । इनका कहना है कि इस समस्या को लेकर पूर्व मे भी अस्पताल प्रबंधन को सूचित किया जा चूका है, पर अभी तक इसपर किसी प्रकार से विचार नहीं किया गया । तब अंत मे आज संस्थान के कई सदस्य मिलकर जिला के सिविल सर्जन और ब्लड बैंक प्रभारी को इस पर लिखित में अपनी बात बताई है ।
"मानव रक्षक रक्तदाता परिवार" जमुई के साथ-साथ बिहार के अन्य जिलों मे तथा अन्य राज्यों के सहयोगियों के सहयोग से पुरे भारत वर्ष मे रक्तदान एवं अंगदान जागरूकता को लेकर कार्य कर रही है ।
सचिव का कहना है कि यदि इस विषय पर सार्थक पहल होती है तो जमुई के रक्तवीरों के उत्साहवर्धन मे ये काफी सहायक होगा और ज्यादा से ज्यादा लोग बढ़ चढ़ कर स्वैच्छिक रक्तदान करेंगे। मौके पर बमबम लाल दास, आंनद भगत, ऋषव राणा, ज्वाला सिंह, विशाल कुमार, पियूष कुमार गोरे, रवि किशन, सुधीर कुमार इत्यादि रक्त समन्वयक उपस्थित रहे।
बताते चलें कि रक्तदान करने वालों को रक्त अधिकोष में तुरंत उन्हें रिफ्रेशमेंट के तौर पर रसगुल्ले और जूस देने का प्रावधान है और यह बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग का निर्देश है । लेकिन जमुई के सदर अस्पताल रक्त अधिकोष में रक्तदान करने वाले रक्तदाताओं को आज तक कभी रिफ्रेशमेंट नहीं दिया गया है । इतना ही नहीं, स्वैच्छिक रक्तदान शिविर मे भी जो लोग रक्तदान करते हैं उन रक्तदाताओं को रक्तदान के बाद विभागीय दिशा-निर्देश की अवहेलना करते हुए रक्त अधिकोष के संचालक के द्वारा आज तक कभी रिफ्रेशमेंट नहीं दिया गया है ।
रक्तदान करने वालों का कहना है कि हम शिविर में आकर इसलिए रक्तदान करते हैं कि हमारा खून रक्त अधिकोष में जमा रहेगा और जिनका कोई नहीं है या इमरजेंसी में मरीज को उनका खून देकर उनकी जान बचा सकेगा । लेकिन कम-से-कम हमलोगों के लिए जो सरकार का रिफ्रेशमेंट का प्रावधान है वह भी नहीं मिलता है । ऐसे में हमारे माध्यम से कोई नया व्यक्ति रक्तदान के लिए कैसे आगे बढ़ेगा ।
प्रबोध जन सेवा संस्थान के सचिव सुमन सौरभ ने बताया कि इसी संस्थान के इकाई के रूप में मानव रक्षक रक्तदाता परिवार काफी दिनों से रक्तदान और अंगदान के लिए जागरूकता का कार्य करती है, जिसमें कई सारे युवा एकसाथ मिलकर काम करते हैं । इनका कहना है कि इस समस्या को लेकर पूर्व मे भी अस्पताल प्रबंधन को सूचित किया जा चूका है, पर अभी तक इसपर किसी प्रकार से विचार नहीं किया गया । तब अंत मे आज संस्थान के कई सदस्य मिलकर जिला के सिविल सर्जन और ब्लड बैंक प्रभारी को इस पर लिखित में अपनी बात बताई है ।
"मानव रक्षक रक्तदाता परिवार" जमुई के साथ-साथ बिहार के अन्य जिलों मे तथा अन्य राज्यों के सहयोगियों के सहयोग से पुरे भारत वर्ष मे रक्तदान एवं अंगदान जागरूकता को लेकर कार्य कर रही है ।
सचिव का कहना है कि यदि इस विषय पर सार्थक पहल होती है तो जमुई के रक्तवीरों के उत्साहवर्धन मे ये काफी सहायक होगा और ज्यादा से ज्यादा लोग बढ़ चढ़ कर स्वैच्छिक रक्तदान करेंगे। मौके पर बमबम लाल दास, आंनद भगत, ऋषव राणा, ज्वाला सिंह, विशाल कुमार, पियूष कुमार गोरे, रवि किशन, सुधीर कुमार इत्यादि रक्त समन्वयक उपस्थित रहे।