【News Desk | Abhishek Kumar Jha】 :- महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर गिद्धौर की सड़कों पर निकली देवों के देव महादेव की अनोखी बारात में देवता स्वरुपों के अलावा भूत, पिशाच-बैताल आदि के प्रतिरूप भी पारंपरिक रूप से शामिल हुए।
दृश्य जितना ही आनंदकारी, उतना ही अद्भुत। दूल्हा के स्वरूप में स्वयं संसार के स्वामी बाबा भोलेशंकर और उनकी बारात में देवों के साथ ही तमाम प्रकार के जीव-जंतु और भूत-पिशाच तक शामिल रहे।
गिद्धौर के पंचमन्दिर पहुंचकर शिव बरातों का समापन विवाह के साथ संपन्न हुआ। शिव बरात में एक से बढ़कर एक झांकिया निकाली गईं। गिद्धौर की सड़कों पर डीजे से निकल रही तेज ध्वनि पर शिवभक्त थिरकते हुए अपने गंतव्य की ओर चल रहे थे।
बारात में नंदी के साथ भूत, पिशाच, बैताल विभिन्न डरावनी स्वरूप में बाबा भोलेनाथ के साथ चल रहे थे। देखते ही देखते बारात में शिवभक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। गिद्धौर के बूढ़ानाथ मन्दिर से निकली बारात गिद्धौर बाजार भ्रमण करने के बाद पंचमन्दिर पहुंचकर सम्पन्न हुआ।
इधर, गिद्धौर स्थित पंचमन्दिर में प्रखंड प्रमुख शम्भू कुमार केशरी द्वारा शिव बारातियों के लिए महाप्रसाद की व्यवस्था कराई जा रही थी।
वहीं, गिद्धौर पुलिस की गश्ती भी जारी रही जहां सुरक्षा-व्यवस्था के बीच लोगों ने भोलेनाथ-पार्वती की पूजा-अर्चना की।
शुक्रवार को शिवरात्रि का पर्व आस्था और उल्लास के साथ मनाने के लिए गिद्धौर के शिवालयों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ पहुंचने लगी थी। भगवान भोलेनाथ और मां गौरी की पूजा में भक्त कोई कमी नहीं रखना चाहते थे।
गिद्धौर प्रखण्ड क्षेत्र के शिव मंदिर पहुंचे भक्तों ने भोलेनाथ का प्रिय बेलपत्र, सफेद फूल, पेड़ों पर आई नई बौर, बेल व गेहूं की बाली सहित दूध, दही आदि से विधि-विधान के साथ शिवलिंग में स्नान कराकर पूजा-अर्चना करते हुए सुखमय जीवन के लिए मंगल कामना की।