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बरहट : फिरौती की मांग पूरा करने पर एक की हत्या, एक रिहा, जानिए पूरा मामला


बरहट/जमुई (विक्की सिंह) :-

बरहट थाना क्षेत्र तमकुलिया-भलुका मार्ग स्थित पुलिस फायरिंग सेंटर के पास से अपराधियों ने गुरुवार की देर शाम फिरौती की मांग को लेकर एक ट्रैक्टर चालक सहित एक मजदूर को अपहरण कर जंगल की ओर ले चला गया। अपहरण के बाद वाहन मालिक से फिरौती की मांग की गई। फिरौती की मांग करने के बाद  ट्रैक्टर मालिक द्वारा उक्त आशय की सूचना थानाध्यक्ष को दी।


जानकारी के बाद थानाध्यक्ष अब्दुल हलीम द्वारा  त्वरित कार्रवाई करते हुए ट्रैक्टर मालिक को अपहरणकर्ताओं से संपर्क करने को कहा गया की फिरौती की रकम कहां लेकर आना है। उसके बाद अपहरणकर्ताओं द्वारा पंजाब  नेशनल बैंक शाखा बरहट स्थित यात्री सेट के पास बुलाया गया। ट्रैक्टर मालिक राजेश सिंह को पुलिस के द्वारा उक्त जगह पर फिरौती की रकम लेकर भेजा गया।वहीं पुलिस भी अपहरणकर्ताओं को पकड़ने के लिए जाल बिछाया।जैसे ही  ट्रैक्टर के मालिक राजेश सिंह उक्त स्थान पर पहुंचे। वैसे ही अपहरणकर्ता उसके पास फिरौती लेने के लिए आ गया , और राजेश सिंह के द्वारा  फिरौती की मांग को देने के बाद अपने चालक को छोड़ने की बात कही। अपहरणकर्ताओं ने फिरौती की रकम लेने के बाद ट्रैक्टर चालक को रिहा कर दिया।


चालक को रिहा होते ही पुलिस ने मौके पर पहुँच कर एक अपहरणकर्ता को धर दबोचा। पुलिस के गिरफ्त में आते ही अपहरणकर्ता अपने कोड भाषा का इस्तेमाल कर जोर से चिल्लाया। वहीं उसका दूसरा साथी भागने में  कामयाब हो गया। अपनी गिरफ्तारी की खबर कोड भाषा से अपने साथियों को दी। वहीं चिल्लाहट की आवाज सुनकर पुलिस कुछ समझ पाती इससे पहले पुलिस द्वारा दो राउंड फायरिंग किया गया। गोली की आवाज सुन कर अपहरणकर्ता के अन्य साथियों ने  ट्रैक्टर के मजदूर की निर्मम हत्या बौखलाहट में सर को पत्थर से कुचल कर कर दी।घटना करीब दो से तीन बजे रात की बताई जाती है।हालांकि गोली चलने की आधिकारिक पुष्टि नहीं कि जा रही है।

इधर पुलिस की गिरफ्त में आये अपहरणकर्ता की पहचान बरहट थाना क्षेत्र के तमकुलिया निवासी दुर्गा मरांडी के रूप में हुई। हत्या की खबर सुनकर घटनास्थल पर पुलिस निरीक्षक जयशंकर मिश्रा,बरहट थानाध्यक्ष मोहम्मद अब्दुल हलीम, एसआई शिवशंकर तिवारी, मलयपुर थानाध्यक्ष अमित कुमार, एसआई शिवजी सिंह सहित बिहार पुलिस के जवान पहुँच कर लाश को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जमुई भेज दिया। वहीं हत्या की खबर सुन एसपी अभियान सुधांशु कुमार ने थाना पहुँच कर अपहरणकर्ता से पूछताछ की।

पुलिस चाहती तो मजदूर बाल्मीकि की जान बच सकती थी

थाना क्षेत्र के बरहट भलूका रोड में अवैध बालू खनन कर लदा ट्रैक्टर को ले कर बरहट की ओर आ रहे ट्रैक्टर को अपराधियों द्वारा पुलिस फायरिंग सेंटर के पास बीच रास्ते में मोटरसाइकिल लगा कर ट्रैक्टर चालक सहित एक मजदूर को गुरुवार देर शाम अपहण कर लिया गया था। अपहण होने की सूचना चालक चंद्रिका यादव द्वारा अपने मालिक लक्ष्मीपुर निवासी राजेश सिंह को मोबाइल से फोन कर अपहरण करने की बात बतायी गयी। वहीं मालिक के द्वारा थानाध्यक्ष को सारी बात बताई गई। पुलिस के द्वारा त्वरित कार्यवाही में अपने एक साथी के पकड़े जाने और गोली चलने की आवाज सुन अपहरणकर्ताओं ने आक्रोश में आकर मजदूर बाल्मीकि की हत्या अभ्यानाथ स्थित नयका कोल के समीप कुंदर नहर केनाल पुलिया के पास कर दी।



हत्या की सूचना मिलने के बाद भी पांच घंटे देर से पहुँची पुलिस

लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के नजारी निवासी ट्रैक्टर मालिक राजेश सिंह का ट्रैक्टर चालक अवैध बालू लोड कर भलूका के रास्ते बरहट की ओर जा रहा था।इसी क्रम में अपराधियों द्वारा ट्रैक्टर चालक समेत एक मजदूर को अपहरण कर लिया गया था।और दोनों अपहृत को दो अलग अलग  स्थान पर रखा गया था।जिसमें ट्रैक्टर चालक चंद्रिका यादव को पीएनबी के समीप आहार की ओर छुपा कर रखा था।वहीं मजदूर बाल्मीकि को अभय नाथ पहाड़ की ओर नयका कोल के समीप पुलिया के समीप छुपा कर रखा गया था।और फिरौती मिलने की इंतजार कर रहा था।लेकिन फिरौती नहीं मिलने,अपने साथी  दुर्गा मरांडी के पकड़े जाने,पुलिस द्वारा दो राउंड गोली चलाने की आवाज को सुनकर अन्य साथी को एहसास हुआ होगा कि मेरा साथी दुर्गा मरांडी के पुलिस के हत्थे चढ़ गया।जिस आवेश में आ कर बदले की भावना को लेकर मजदूर बाल्मीकि की निर्मम हत्या कर दी।शुक्रवार की अहले सुबह ही ग्रामीणों के द्वारा मजदूर बाल्मीकि की हत्या अपहरणकर्ताओं के द्वारा किए जाने की सूचना बरहट थाना को दी गयी।लेकिन बरहट थाना की पुलिस को घटनास्थल पर पहुँचने में पांच घंटे लग गए।

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क्या कहते हैं थानाध्यक्ष

बरहट थाना के थानाध्यक्ष मोहम्मद अब्दुल हलीम ने बताया कि गाड़ी मालिक के द्वारा एक ही  व्यक्ति के अपहरण की बात बताई गई थी। चालक की बरामदगी के बाद उससे पूछताछ के क्रम में उसने बताया कि मेरे साथ एक मजदूर भी था, जिसका पता नहीं चल पा रहा है। थानाध्यक्ष ने बताया कि चालक के बताने के बाद मजदूर की काफी खोजबीन की गई। अगर दो व्यक्ति के अपहरण की बात बताई जाती तो  पुलिस दूसरे रणनीति बनाकर अपहरण कर्ता को पकड़ लेती , लेकिन रात होने का फायदा अपहरणकर्ताओं ने उठाकर उसकी हत्या कर दी।