अलीगंज (चन्द्रशेखर आज़ाद) :-
अलीगंज प्रखंड मुख्यालय पहुंचकर दर्जनों किसानों ने सुखाड़ योजना को लेकर कृषि इनपुट के लिए कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार के द्वारा किसानों के द्वारा ऑनलाइन आवेदन करने के बाद फोटो लेने एवं राशि भेजने के नाम पर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में किसानों से अवैध वसुली का मामला स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बना है।
शनिवार को प्रखंड के पुरसंडा पंचायत के दर्जनो किसान प्रखंड कृषि कार्यालय पहुंचकर कृषि समन्वयक दिलीप कुमार पर कृषि इनपुट में फोटो करने के नाम पर अवैध राशि की वसुली करने की लिखित शिकायत प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी मो. शमशीर मलिक से की है।
किसान कुसुम देवी, परमिला देवी, रानी देवी, मीना देवी, सुरेश महतो सहित दर्जनों किसानों ने बताया कि सुखाड़ योजना को लेकर ऑनलाइन आवेदन किया था। गांव में फोटो खींचने के नाम पर कृषि समन्वयक दिलीप कुमार के द्वारा 100 रुपये की मांग की जा रही है। नही देने पर फ़ोटो नही खींचा जा रहा है।
इधर, कृषि समन्वयक दिलीप कुमार ने बताया कि सुखाड़ योजना को लेकर किये गये ऑनलाइन आवेदन का फोटो खींचने के नाम का उनके ऊपर झूठा आरोप लगाया जा रहा है। किसी भी किसान से पैसे की मांग नही की गई है।
बता दें कि यह मामला सिर्फ पुरसंडा पंचायत का ही नही बल्कि प्रखंड के सभी पंचायतों में कृषि इनपुट भेजने व फ़ोटो लेने के नाम पर प्रखंड के किसानों से अवैध राशि वसुली करने के मामले में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
अलीगंज प्रखंड मुख्यालय पहुंचकर दर्जनों किसानों ने सुखाड़ योजना को लेकर कृषि इनपुट के लिए कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार के द्वारा किसानों के द्वारा ऑनलाइन आवेदन करने के बाद फोटो लेने एवं राशि भेजने के नाम पर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में किसानों से अवैध वसुली का मामला स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बना है।
शनिवार को प्रखंड के पुरसंडा पंचायत के दर्जनो किसान प्रखंड कृषि कार्यालय पहुंचकर कृषि समन्वयक दिलीप कुमार पर कृषि इनपुट में फोटो करने के नाम पर अवैध राशि की वसुली करने की लिखित शिकायत प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी मो. शमशीर मलिक से की है।
किसान कुसुम देवी, परमिला देवी, रानी देवी, मीना देवी, सुरेश महतो सहित दर्जनों किसानों ने बताया कि सुखाड़ योजना को लेकर ऑनलाइन आवेदन किया था। गांव में फोटो खींचने के नाम पर कृषि समन्वयक दिलीप कुमार के द्वारा 100 रुपये की मांग की जा रही है। नही देने पर फ़ोटो नही खींचा जा रहा है।
इधर, कृषि समन्वयक दिलीप कुमार ने बताया कि सुखाड़ योजना को लेकर किये गये ऑनलाइन आवेदन का फोटो खींचने के नाम का उनके ऊपर झूठा आरोप लगाया जा रहा है। किसी भी किसान से पैसे की मांग नही की गई है।
बता दें कि यह मामला सिर्फ पुरसंडा पंचायत का ही नही बल्कि प्रखंड के सभी पंचायतों में कृषि इनपुट भेजने व फ़ोटो लेने के नाम पर प्रखंड के किसानों से अवैध राशि वसुली करने के मामले में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
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