गिद्धौर (न्यूज़ डेस्क) :-
बिहार सरकार के आदेशानुसार बुनियादी संजीवनी सेवा के माध्यम से दिव्यांगजनों के प्रमाणीकरण एवं यूडी आईडी कार्ड के आवेदन लेने हेतु गिद्धौर प्रखंड कार्यालय परिसर में रविवार को एक विशेष शिविर का आयोजन किया गया था।
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प्रदर्शन करते ग्रामीण |
उक्त शिविर में दिव्यांग भीषण ठंड में भी शिविर का लाभ उठाने प्रखण्ड कार्यालय परिसर पहुँचे। प्रखंड विकास पदाधिकारी गिद्धौर के देखरेख में लगभग 11:30 बजे शिविर शुरू हुई।अचानक दोपहर 2:30 बजे के आसपास शिविर को बंद कर दिया गया। दर्जनभर से अधिक दिव्यांग कतारबद्ध रह गए।
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*-एक स्वर में बोले दिव्यांगजन-*
बानाडीह के तिलकधारी यादव अलखपुरा के प्रमन यादव, प्रियंका कुमारी संसारपुर के आशीष कुमार बनझुलिया के इंद्रदेव पासवान, शमशाद खान, कैराकादो के राजू यादव गिद्धौर के घुटों रावत, रीना देवी छेदलाही के जितेंद्र कुमार दिव्यांग इत्यादि ने बताया कि हम सभी लाइन में लगे रह गए तभी शिविर को बंद कर दिया गया। काफी गिड़ गिडाते रहे लेकिन किसी ने हमलोगों का एक न सुनी और यह कह कर के दिव्यांग प्रमाण बनाने से इनकार कर दिया कि डॉक्टर का तबीयत खराब हो गया है।
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रविवार को लगा शिविर |
शिविर समय से पहले बंद हो जाने के कारण दर्जनभर से भी अधिक दिव्यांगजन का प्रमाण पत्र नहीं बन पाया उन्हें निराश होकर प्रखंड कार्यालय से घर लौटना पड़ा अब सवाल उठता है कि इस भीषण ठंड में दिव्यांग कितनी दूरी तय करके प्रखंड मुख्यालय पहुंचे और उन्हें बिना प्रमाण पत्र प्राप्त किए लौटना पड़ा इसके लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाए ? आखिर जिन दिव्यांग का प्रमाण पत्र नहीं बना वह आगामी 3 जनवरी 2020 को झाझा प्रखंड मुख्यालय में उपकरण हेतु शिविर में इस ठंड में कैसे भाग लें सकेंगे, ये प्रश्न दिव्यांगजनो के बीच चर्चा का विषय बना है।
Input :- डब्लू पंडित