अलीगंज (चन्द्रशेखर सिंह) :-
सरकार नसाक्षर भारत के तहत घर-घर शिक्षा की अलख जगाने के उद्देश्य से हर प्रखंड के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को साक्षर करने के लिए जिले से लेकर पंचायत स्तर पर शिक्षा सेवकों की बहाली कर लोगों साक्षर करने की मुहिम चला रही है। इसके इतर जमुई जीके के अलीगंज प्रखंड से इस तस्वीर का एक और पहलू वायरल वीडियो के रूप में उभरकर सामने आ रहा है।
दरअसल, अलीगंज प्रखंड के केआरपी जगजीवन राम द्वारा शिक्षा सेवकों से अवैध वसूली व प्रताड़ित करने को लेकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी साक्षरता जमुई से हस्ताक्षर युक्त आवेदन व अवैध वसूली करते हुए वीडियो वायरल हुआ है। शिक्षा सेवकों ने आवेदन मे बताया है कि केआरपी हर महीने की अबसेंटी व मानदेय देने के नाम पर अवैध वसूली करते हैं और नही देने पर हटा देने की धमकी दी जाती है।
आवेदन में एक और खुलासा किया गया है, जिसमें केआरपी जगजीवन राम के द्वारा दो नाम से शैक्षणिक प्रमाण पत्र होने की बात के साथ जन्म तिथि को बढ़ाकर काम किया जा रहा है,जिसकी जांच होने से एक बड़ा खुलासा विभाग के सामने हो सकता है।
हाल ही शिक्षा सेवकों से अवैध वसूली करते एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जो आमजनों में चर्चा का विषय बना हुआ है। इधर केआरपी ने कुछ भी बताने से इनकार करते हुए कहा कि कुछ लोग मेरे पीछे लगे हुए है। लगाए गए आरोप असत्य हैं।
आवेदन में एक और खुलासा किया गया है, जिसमें केआरपी जगजीवन राम के द्वारा दो नाम से शैक्षणिक प्रमाण पत्र होने की बात के साथ जन्म तिथि को बढ़ाकर काम किया जा रहा है,जिसकी जांच होने से एक बड़ा खुलासा विभाग के सामने हो सकता है।
हाल ही शिक्षा सेवकों से अवैध वसूली करते एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जो आमजनों में चर्चा का विषय बना हुआ है। इधर केआरपी ने कुछ भी बताने से इनकार करते हुए कहा कि कुछ लोग मेरे पीछे लगे हुए है। लगाए गए आरोप असत्य हैं।