अलीगंज (चन्द्रशेखर सिंह) :-
शिक्षकों की समय पाबंदी के उद्देश्य से सरकार ने बड़े उत्साह और खर्च करके जिले के हाईस्कूलो में बायोमेट्री मशीन लगाई गयी, ताकि स्कूल से फरार व समय पर नही आने वाले गुरू जी पर नकेल कसा जा सके। लेकिन शिक्षा विभाग के जिम्मेदारो की लापरवाही व उदासीनता के कारण यह हर हाईस्कूल में शोभा की वस्तु बनकर रह गई है।
जानकार बताते हैं कि मशीन लगने के बाद लगा था कि अब समय से गुरू जी स्कूल आएगे। लेकिन यह एक कहानी को चरितार्थ करता प्रतीत रहा है कि तु डाल-डाल तो मैं पात-पात ---। यहां एक यक्ष सवाल है कि आखिर बायोमेट्री तो लगा दी गईं लेकिन उससे जब शिक्षकों की अबसेंटी ही नहीं ली जा रही है तो उसका औचित्य ही क्या रह जाता है। कई शिक्षकों ने नाम नही प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि कई ऐसे शिक्षक हैं कि बायोमेट्री मशीन में अपना हाजिरी बनाकर चले जाते हैं।फिर जाने के वक्त अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर अपनी काम फतह कर रहे हैं।
विद्यालय प्रधान बताते हैं कि शुरुआती दौर में दो -तीन महीनों तक बायोमेट्री से प्रिंट आउट कर अवसेंटी लिया गया था। लेकिन फिर पूर्ववत की तरह फार्म भरकर अवसेंटी भेजी जा रही है।जिससे बायोमेट्री मशीन की महत्व शिक्षकों के द्वारा नही दी जा रही है,और स्कूल से फरार रहने वाले गुरूजी की मटर गस्ती जारी है।
बता दे कि अलीगंज बाजार में सरकारी स्कूल समय हाईस्कूल में पदस्थापित शिक्षकों द्वारा आधा दर्जन से भी अधिक कोचिंग संचालन किया जाता है। वैसे शिक्षक स्कूल में अपनी उपस्थिति बनाकर नियम कानून को ताक पर रख अधिकारियों की अनदेखी कर कोचिंग सेंटर चलाने में ज्यादा मशगुल रहते हैं।
जिला शिक्षा पदाधिकारी विजय कुमार हिमांशु ने बताया कि अवसेंटी स्कूल प्रधान के द्वारा भेजा जाता है। मशीन के प्रिंट आउट नहीं देने पर विद्यालय प्रधान पर कारवाई व शिकायत मिलने पर जांच की जाएगी
विद्यालय प्रधान बताते हैं कि शुरुआती दौर में दो -तीन महीनों तक बायोमेट्री से प्रिंट आउट कर अवसेंटी लिया गया था। लेकिन फिर पूर्ववत की तरह फार्म भरकर अवसेंटी भेजी जा रही है।जिससे बायोमेट्री मशीन की महत्व शिक्षकों के द्वारा नही दी जा रही है,और स्कूल से फरार रहने वाले गुरूजी की मटर गस्ती जारी है।
बता दे कि अलीगंज बाजार में सरकारी स्कूल समय हाईस्कूल में पदस्थापित शिक्षकों द्वारा आधा दर्जन से भी अधिक कोचिंग संचालन किया जाता है। वैसे शिक्षक स्कूल में अपनी उपस्थिति बनाकर नियम कानून को ताक पर रख अधिकारियों की अनदेखी कर कोचिंग सेंटर चलाने में ज्यादा मशगुल रहते हैं।
जिला शिक्षा पदाधिकारी विजय कुमार हिमांशु ने बताया कि अवसेंटी स्कूल प्रधान के द्वारा भेजा जाता है। मशीन के प्रिंट आउट नहीं देने पर विद्यालय प्रधान पर कारवाई व शिकायत मिलने पर जांच की जाएगी