पटना | अनूप नारायण [Edited by: Sushant] : शनिवार को होटल अमल्फ़ी ग्रैंड के साभागर में दीपज्योति कल्याण संस्थान द्वारा आयोजित एवं मध्यांचल फोरम के सहयोग से दलित एवं महादलितों की दशा एवं दिशा विषय पर एक दिवसीय संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री नीरज कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मध्यांचल फोरम नई दिल्ली से आए संतोष सामल ने किया। इस अवसर पर बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि हर व्यक्ति को समानता का अधिकार है। सरकार दलित व महादलितो के विकास के प्रति संकल्पित है। बिहार की सरकार दलितों के विकास के लिए देश में अग्रणी रूप से कार्य कर रही है। दलित प्रतिनिधियों को भी सरकार की योजनाओं के प्रति सजग रहने की जरूरत है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दलित के विकास के लिए हर कार्य कर रहे हैं। उन्हें किसी प्रकार का सुझाव संस्था की ओर से मिलती है तो निश्चित तौर पर सरकार सभी तरह के फैसले लेगी।
संस्था के कार्यो की सराहना करते हुए उन्होंने आगे कहा कि जन्म के आधार पर बुद्धि नहीं होता है, वातावरण पर बुद्धि होती है। बिहार सरकार ने पंचायती राज में आरक्षण दिए हैं। गांव में सम्मान बड़ा है। वही दलित सम्मान के साथ शैक्षणिक, आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक रूप में समान भागीदार बन रहे है। सरकार उन्हें हर स्थानों पर उनकी समुचित भागीदारी सुनिश्चित कर रही है। राज्य सरकार उन्हें बराबरी में लाना चाहती है। इसमें उपस्थित जनसमूह से उन्होंने आगे बढ़कर सहयोग करने की अपील भी की, इसके लिए मुख्यमंत्री की भी सराहना मंत्री ने की।
मध्यांचल फोरम के संतोष सामल ने कहा कि आज भी दलित समुदाय हाशिए पर है उन्हें जानकारी के अभाव एवं सरकार के पदाधिकारियों की उदासीनता के रवैए के कारण बहुत सी चल रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। हमें इसके लिए संगठित होकर सरकार के साथ बातचीत कर अधिक से अधिक योजनाओं का लाभ दिला कर हम उन्हें समानता में ला सकते है। हमें जिला एवं प्रखंड के एक-एक गांव में शुरुआती दौर में दलित समाज के साथ-साथ उनके बच्चों के विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित करना होगा। हम सभी यह संकल्प लें की दलितों के बच्चे विद्यालय में जाएं। फोरम एक गांव, एक पंचायत, एक प्रखंड को रोल मॉडल बनाकर कार्य करेगे। एक्शन एड के कार्यक्रम प्रबंधक पंकज श्वेताभ ने जमीन की समस्याओं की बातों को रेखांकित करते हुए अपनी बात रखी।
वहीं दीप ज्योति कल्याण संस्थान के सचिव सुबोध कुमार रविदास ने कहा कि संस्था के माध्यम से बिहार राज्य के 5 जिलों नालंदा, नवादा, गया, जहानाबाद एवं शेखपुरा में 1158 दलित परिवारों का बेसलाइन सर्वे कर उन्हें शैक्षणिक, आर्थिक, राजनीतिक एवं सामाजिक रूप से जानने का प्रयास किया गया। जिसमें आज राज्य स्तर पर एक संवाद का आयोजन कर जो सर्वे में समस्या उभर कर आया है उन्हें समाधान करने का प्रयास सरकार के मंत्री गण एवं पदाधिकारी गण के माध्यम से किया जा रहा है।
इस अवसर पर बिहार विकलांग अधिकार मंच के राज्य सचिव श्री राकेश कुमार, प्रो. मिथिलेश कुमार ₹, कासा से फूलमनी सोरेन तथा असंगठित क्षेत्र कामगार संगठन (बिहार) के महासचिव अजय कुमार आदि ने अपना-अपना विचार रखा। जबकि मंच संचालन बाल किशोर छटर ने किया।







