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बुधवार, 18 सितंबर 2019

गिद्धौर : सुखाड़ की मार झेल रहे विभिन्न पंचायत के कृषकों ने प्रखंड मुख्यालय में दिया धरना

कृषि विभाग के किसान विरोधी नीतियों से क्षुब्ध हैं प्रखंड के सैकडों किसान...

गिद्धौर (न्यूज़ डेस्क) :
सुखाड़ की समस्या झेल रहे गिद्धौर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों के दर्जनों कृषकों ने प्रखंड कार्यालय में कृषि विभाग के पदाधिकारियों के खिलाफ सुखाड़ की समस्या को ले बुधवार को प्रखंड मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन किया।

कार्यक्रम की अगुवाई मौरा पंचायत के मुखिया कांता प्रसाद सिंह, किसान नेता कल्याण सिंह एवं कुणाल सिंह ने संयुक्त रुप से किया। इस मौके पर धरना-प्रदर्शन में भाग ले रहे सैकड़ों कृषकों ने सरकार के कृषि विभाग द्वारा सुखाड़ की समस्या से जुड़े क्षेत्र की गलत रिपोर्टिंग किये जाने सुखाड़ की मार झेल रहे किसानों ने विभागीय पदाधिकारियों एवं कृषि कर्मियों पर जमकर भड़ास निकाली। इस दौरान सेवा पंचायत के मुखिया परमेश्वर पंडित भी मौजूद रहे।

धरना-प्रदर्शन के दौरान मौजूद किसान जिले के आलाधिकारियों से अपनी सुखाड़ की समस्या के उपरांत सरकार द्वारा कृषि हित मे दिये जाने वाले सुखाड़ अनुदान की मांग को लेकर सैकड़ों कृषकों ने प्रखंड कृषि कार्यालय के पदाधिकारियों एवं कर्मियों के द्वारा किसान विरोधी नीतियों का जमकर विरोध जताया।
इस धरना-प्रदर्शन में पूर्व प्रमुख श्रवण यादव, किसान नेता केदार यादव, अशोक सिंह, चन्द्रशेखर यादव, किष्टो रावत, रामचरित्र रावत, कृष्ण कुमार रावत सहित दर्जनों किसानों ने कहा की एक तरफ किसान हित में सरकार कई तरह की कृषि लाभोन्मुखी योजनाओ को चलाकर किसानों के जीवन स्तर को सुधारने का प्रयास कर रही है, तो दूसरी और गिद्धौर कृषि कार्यालय के पदाधिकारियों द्वारा सुखाड़ मामले में महज कागजी रिपोर्टिंग के आधार पर वर्षानुपात की वस्तुस्थिति से जिले को जैसे-तैसे अवगत करा दिए जाने से आज प्रखंड के विभिन्न पंचायत, यथा मौरा, गांगरा एवं रतनपुर की एक बड़ी आबादी सुखाड़ अनुदान के लाभ से वंचित रह जायेगी। क्षेत्र में धान रोपण की बात अगर जमीनी स्तर पर की जाए तो मौरा, रतनपुर, गंगरा आदि पंचायतों में धान की रोपनी महज 10 से 15 प्रतिशत ही हो पायी है। इन तीन पंचायतों में कम वर्षा होने से सुखाड़ की समस्या गंभीर है।बावजूद विभाग द्वारा इन पंचायतों को कृषि सुखाड़ अनुदान योजना का लाभ कृषि विभाग की दोहरीकरण नीतियों के कारण नही मिल पा रहा है जो दुखद है।
वहीं इस संदर्भ में कृषकों द्वारा बीडीओ गोपाल कृष्णन को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौंपा गया है एवं संबंधित समस्या को लेकर जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार को भी ज्ञापन उपलब्ध करवाया जा रहा है। धरना-प्रदर्शन के दौरान कृषक शशिभूषण सिंह, सूरज कुमार सिंह, पप्पू यादव, कविता मांझी, वीरेंद्र पांडेय, मनोज कुमार, बमबम पांडेय, रमाकांत सिंह, अनिल सिंह, गोरेलाल राम, सूरज मंडल, मलकु मांझी, नौरंगी यादव, मो. तबारक अंसारी, सौदागर रावत, संतोष रावत, उमेश यादव, केदार पांडेय, लक्ष्मीकांत झा, शरण देव सिंह, देवेन्द्र रावत, बीरेंद्र यादव, मुकेश सिंह, प्रकाश यादव, गोपाल कुमार झा, बंगाली शर्मा के अलावे क्षेत्र के सैकड़ों किसान मौजूद रहे।

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