चकाई [सुधीर कु. यादव] :
अखिल भारतीय किसान महासभा ईकाई द्वारा चकाई प्रखंड को सुखाड़ घोषित नहीं करने के खिलाफ विरोध मार्च निकाल कर प्रखंड मुख्यालय के सामने एक दिवसीय प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन का नेतृत्व किसान महासभा के जिला सचिव मनोज पांडेय कर रहे थे। विरोध मार्च पार्टी कार्यालय से शुरू हुआ और चकाई चौक, जयप्रकाश चौक, चकाई बाजार होते हुए प्रखंड कार्यालय पहुंचकर समाप्त हुआ। इस दौरान मार्च में शामिल कार्यकर्ता सरकार के किसान विरोधी नीति के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला सचिव शंभु शरण ने कहा कि आज देश में किसानों की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। बिहार में नीतीश सरकार का कृषि रोड मैप फेल हो गया है। पूरे प्रदेश में कहीं किसान सुखाड़ तो कहीं बाढ़ से पीड़ित है।वही प्रखंड सचिव मनोज पांडेय ने कहा कि चकाई प्रखंड के किसानों की खेती पूरी तरह प्रकृति पर ही आश्रित है लेकिन चकाई प्रखंड को सुखाड़ क्षेत्र घोषित ही नहीं किया गया है। यह चकाई प्रखंड के किसानों के अधिकारों पर बहुत बडा हमला है।
वहीं जिला के खैरा प्रखंड को भी सुखाड़ से वंचित कर दिया गया है ।प्रदर्शन के उपरांत प्रदर्शनकारी किसानों का प्रतिनिधि द्वारा दो सूत्री मांग चकाई बीडीओ को सौपा।जो इस प्रकार हैं ।चकाई प्रखंड को अतिशीघ्र सुखाड़ क्षेत्र घोषित किया जाय एवं प्रखंड के सभी किसानों को 25 हजार प्रति एकड़ क्षति पुर्ति मुआवजा दिया जाय,सभी किसानों के बैंक कर्ज को माफ किया जाय एवं किसानों से कर्ज वसूली पर रोक लगाया जाय।
मौके पर में अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रखंड संयोजक शिवन राय, आदिवासी किसान नेता कालू मरांडी, राधे साह, पप्पू गोस्वामी, नरेश गोस्वामी, इन्द्रदेव गोस्वामी, रुपन साह, खूबलाल राणा, धनेश्वर यादव, समरी देवी, शान्ति देवी, सावित्री देवी सहित अन्य लोग मौजूद थे।