स्टीम इंजन में पानी देने के लिए करवाया गया था इसका निर्माण, रेलवे क्वार्टर में इससे होता था पानी का सप्लाई...
बरहट (कुमार विश्वजीत सिंह) :-
कई दशकों पूर्व लोगों के सुविधानुसार जमुई रेलवे स्टेशन के नजदीक तालाब का निर्माण करवाया गया था। पूर्व मध्य रेलवे के दानापुर मंडल अंतर्गत क्यूल झाझा रेलखंड पर जमुई स्टेशन के पास बने इस तलाव पर रेलवे की तनिक भी नजर नहीं है। इस कारण यह तालाब बरसों से बदहाल है तालाब की बदहाली और लोगों की सूझबूझ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इलाके का कचरा और गंदा पानी इसी तलाब में पहुंचता है।
जानकारों की मानें तो रेलवे यदि थोड़ा प्रयास करें तो तालाब को अस्तित्व वापस लौट सकता है इसका सौदर्यीकरण करके लोगों के उपयोग के लायक बनाया जा सकता है इससे जल संरक्षण भी हो सकेगा। ग्रामीण सुकेश कुमार सिंह राठौर कहते हैं कि इस तलाब का निर्माण ब्रिटिश शासनकाल में ही की गई थी इस तलाब से पुराने जमाने में चल रहे हैं स्टीम इंजन में पानी देने का काम किया जाता था, इस तलाब से आसपास के रेलवे क्वार्टर में पानी का सप्लाई किया जाता था बदलते समय के साथ इस तालाब की देखरेख को नजरअंदाज कर दिया गया। प्रखंड और जिला स्तर के अधिकारी को तालाब से कोई मतलब नहीं है क्योंकि वह रेलवे के जमीन पर है। उधर रेलवे ने भी कभी मतलब नहीं रखा।
ग्रामीणों की मानें तो, मलयपुर बाजार वासी के लिए यह रेलवे का तालाब कूड़ा फेंकने के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। तालाब के चारों और जंगल झाड़ी भरे हैं। इसकी साफ-सफाई भी नहीं कराई जा रही है। जमुई रेलवे स्टेशन परिसर स्थित इस तालाब में पूर्व में मछली पालन भी होता था उदासीनता के कारण आज ये तालाब अपन अस्तित्व खो रहा है।