अलीगंज (चंद्रशेखर सिंह) :-
प्रखंड में बारिश नही होने से किसानों में बेचैनी बढ़ने लगी है। पर्याप्त बारिश नहीं होने से किसान अपने खेतों में धान का बिचडा नही गिरा पाये हैं। जबकि सावन महीना शुरू हो चुका है।इस महीने में सुखे खेतों में हल चल रहा है।जबकि इस समय धान की रोपनी लगभग समाप्त होने के कगार पर रहता था। आज तक आहर पोखर में भी पानी जमा नही हो सका है।अब किसानों में बेचैनी बढ़ने लगी है।किसान सीधे आसमान की ओर निहारते उनकी आखे भी पथरा चुकी है। अब प्रखंड में सुखे की आशंका प्रबल हो चुकी है।
किसान सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि जब सावन में आहर , पोखर नही भर सका है, तो धान की रोपनी किसान अपने खेतों में कहा से कर पायेगे। किसान अनिल यादव बताते हैं कि दो वर्ष से प्रखंड में सुखा पड़ रहा है। धान की रोपनी तो दुर बिचडा नही गिरा पाये हैं। किसानों को इस बार दोहरा मारा पड़ा है। किसानों को कर्ज से दबा जा रहा है। किसान प्रखंड में सहकारिता विभाग में फसल बीमा कराया था। लेकिन आज तक उन्हें फसल बीमा का लाभ नही मिल पाया है। किसान सुदामा महतो ने बताया कि किसान कर्ज लेकर महंगे धान बीज लेकर पिछले वर्ष भी मोरी पारा लेकिन बारिश नही होने से खेतों में बिचडा पड़ा सुख गया। इस बार भी बारिश नही होने किसानों की बेचैनी बढ़ने लगी है। किसान महाजनो के चंगुल में फंसकर महंगे कर्ज लेकर खेती करने को विवश है। लेकिन प्रकृति ने ऐसा डंडा चलाया कि किसानों को बोलती ही बंद कर दिया है। किसान कपिलदेव यादव बताते हैं कि बारिश नही होने धान की रोपनी तो नही पा रही है। बारिश नही होने से लोगों को पीने के पानी के लिए मोहताज हो रहे है। प्रखंड में खासकर दो साल से बारिश नही होने के कारण धान की रोपनी नही हो पा रही है। किसान कर्ज से दबते जा रहे है।
बता दे कि प्रखंड के किसी भी आहर ,पोखर में पशुओं के पीने भर पानी इकट्ठा नही हो सका है। अब किसानों को प्रखंड में दोहरा सुखाड की चिंता सताने लगी है।