【न्यूज़ डेस्क | भीम राज / अभिषेक कुमार झा】 :-
ग्रामीण लोगों के लिए लाइफ लाइन कहे जाने वाली भारतीय रेलवे की तस्वीर ग्रामीण इलाकों में ही धुंधली नजर आ रही है। भारतीय रेलवे और उसकी बदलती दशा को लेकर केन्द्र सरकार अपनी उपलब्धियां गिनाते नहीं थकती साथ ही रेलवे को वर्ल्ड क्लास बनाने के दावे भी करती है। इन सरकारी दावों से जमीनी हकीकत मुँह फेरती नजर आ रही है।
ताजा उदाहरण, दानापुर मंडल के अंतर्गत गिद्धौर रेलवे स्टेशन से कुछ ही दूरी पर स्थित चौरा ब्लॉक हॉल्ट से जुड़ा है। किउल-झाझा मुख्य रेल लाइन के मध्य स्थित चौरा ब्लॉक हॉल्ट का आलम ये है कि पिछले 2 माह से इस हॉल्ट पर अपने आसपास के स्टेशनों के का ही टिकट मिलता है जबकि बैजनाथ धाम, देवघर, नवादा, पटना, हावड़ा, सियालदह, भागलपुर, दिल्ली जैसे दूरदराज स्टेशन का टिकट नहीं रहने के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
वहीं टिकट नहीं मिलने से राजस्व को तो नुकसान हो ही रहा है साथ ही मजबूरी में यात्री सफर के दौरान झाझा तथा किउल स्टेशन में इन्हें टीटीई के पास जुर्माना भी भरना पड़ता है। इसको लेकर रोजाना चौरा हॉल्ट से यात्रा करने वाले यात्रियों को दुविधा में देखा गया है। यात्रा करने वाले महिलाओं को विशेषकर अधिक परेशानी होती है।
बता दें, चौरा हॉल्ट पर सुविधाओं का घोर अभाव है। यहां पर लोगों को ठेकेदार के माध्यम से टिकट दी जाती है जबकि इस हॉल्ट पर लंबी दूरी का टिकट उपलब्ध नहीं रहता। इसको लेकर बीच-बीच में यात्रियों और रेलकर्मियों के बीच अक्सर तू-तू मैं-मैं होते रहती है। पिछले महीने 2 बार इस हॉल्ट पर यात्रियों का गुस्सा फूट चुका है। टिकट को लेकर बड़ी संख्यां में यात्री हंगामा कर अपने आक्रोश को व्यक्त कर चुके हैं।
यहां यह भी बता दें कि चौरा ब्लॉक हॉल्ट से प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में रोजाना यात्री सफर करते हैं, टिकट नहीं रहने के बाद भी इस हॉल्ट से विभाग को संतुष्टिजनक राजस्व मिलता रहा है, बावजूद इसके सुविधाओं के घोर अभाव के कारण चौरा ब्लॉक हॉल्ट आज अपने बदहाली पर आंसू बहा रहा है।
-- कहते हैं एएसएम--
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए एएसएम कहते हैं कि पुराने पध्दति को हटाकर नए पध्दति के अनुसार कंप्यूटराइस्ड टिकट काउंटर के लिए विभाग के वरीय अधिकारियों को लिखा गया है लेकिन अभी तक सिवाय आश्वासन के कुछ नहीं मिला।
-- पीए ने रखा एडीआरएम का पक्ष --
इस बाबत डीआरएम से बात नहीं होने पर जब एडीआरएम के सरकारी नंबर 9771449001 पर सम्पर्क करने की कोशिश की गई तो इसके प्रतिउत्तर में दूरभाष संख्या 0611-5232523 से कॉल करके उनके पीए महेन्द्र कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले को लेकर किसी भी प्रकार ज्ञापन विभागीय स्तर पर कार्यालय को प्राप्त नहीं हुआ है। ज्ञापन मिलने पर यथासंभव समस्या का निवारण किया जाएगा।