[gidhaur.com | न्यूज़ नेटवर्क] :-
मतदाता सूची में नाम नहीं दर्ज करने को लेकर जमुई जिले के बरहट प्रखंड अंतर्गत काटने पंचायत के दर्जनों ग्रामीणों ने जिला सहकारिता पदाधिकारी को जांच के लिए एक हस्ताक्षर युक्त आवेदन देकर शिकायत की है।
इस हस्ताक्षर युक्त आवेदन में पैक्स अध्यक्ष दशरथ मंडल द्वारा मतदाता सूची में जान बूझकर ग्रामीणों में भय व्याप्त करने, अनियमितता समेत कई गंभीर आरोप लगाया गया है। आरोप है कि अध्यक्ष दबंग प्रवृति के हैं। कई किसानों ने नाम जोड़ने के लिए उनको आवेदन दिया लेकिन हस्ताक्षर फर्जी बता कर आवेदन रद्द कर दिया है।
इसको लेकर स्थानीय किसान बताते हैं कि सूची में नाम नहीं रहने के कारण मतदान करने से वे लोग वंचित हो जाएंगे। नए लोगों का नाम जान बूझ कर नही जोड़ा जाता है क्योंकि दसरथ मंडल 10 वर्षों से पैक्स अध्यक्ष के पद पर बने हैं। अपने खास पक्ष के लोगों का ही नाम जोड़ा जा रहा है। उनके द्वारा अपने खास किस्म के लोगों को पैक्स की कार्यकारिणी समिति को चुनाव पूर्व ही खरीद लिए जाते हैं। कार्यकारणी समिति सदस्य का निर्वाचन प्रायः निर्विरोध होता रहा है। पैक्स में विगत दस वर्षों से घोर अनियमितता बरती गई है। पैक्स में धान, गेहूं की खरीदारी किसानों से न कर व्यापारियों से धान लेकर किसानों के नाम से धान की आपूर्ति कर दी जाती है। सरकार द्वारा धान, गेंहू में मिलने वाला अनुदानित मूल्य भी सही तरीके से नहीं मिल पाता है। सहकारिता विभाग द्वारा किसानों की क्षतिपूर्ति योजना की बीमा की राशि अपने खास किसानों के मार्फत सहकारिता विभाग में खुलवाए गया खाता भी फर्जी है। अगर इसकी जांच की गई तो अच्छे बड़े खुलासे हो सकते हैं।
आवेदन में अमरनाथ पांडेय, गणेश प्रसाद, जयराम पासवान, बालकृष्ण राव, अंजनी देवी, नरेंद्र प्रसाद, जयप्रकश यादव, लालजीत यादव, गौतम यादव, चुनचुन यादव, उचित यादव, प्रदीप मंडल समेत दो दर्जन लोगों के हस्ताक्षर शामिल हैं।
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