[न्यूज डेस्क | शुभम् कुमार] :
आज सूबे की सरकार जहाँ चारों ओर विकास की बात कर रही है, सात निश्चय योजनान्तर्गत गाँव के विकास के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है. वहीं दूसरी तरफ रतनपुर पंचायत अन्तर्गत आने वाला ठड़घटिया गाँव आजादी के 71 वर्ष बित जाने के बाद भी अपनी बदहाली की दास्तां बयां कर रहा है.
गाँव में मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है, सरकार की सारी वादें और योजनाएं यहाँ पर निठल्ला साबित हो रही है. गांव में सड़कों की स्थिति काफी दयनीय है, पक्की सड़क निर्माण कार्य आधा-अधूरा पड़ा हुआ है. परिणामस्वरूप बरसात में जलजमाव और कीचड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है, जिससे ग्रामीणों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है. यहाँ के ग्रामीण रोजमर्रा के राशन व सामान के लिए नीचली सेवा पर निर्भर करते है लेकिन बरसात के दिनों में कीचड़ जमा हो जाने से कई-कई दिनों तक सम्पर्क टूट जाता है. सड़कों की स्थिति इतनी खराब है कि थोड़ी बारिश के बाद कीचड़ हो जाते है, जिसके कारण कई बार पैर फिसलने से ग्रामीणों को चोटें भी आई है. पिछले दस दिनों से हो रही छिटपुट बारिश से गाँव में कई जगह पानी जम चुका है. गाँव के विषहरी स्थान से तेजनारायण यादव के घर तक सड़कें जलजमाव से तालाब हो चुकी है. लगातार कई दिनों से जलजमाव होने से सड़क से सटी मिट्टी की दीवारें कमजोर हो रही है.
ग्रामीण बताते हैं कि चुनाव के वक्त प्रतिनिधि गाँव की विकास के कई सारे वादे कर जाते हैं लेकिन सत्ता में आने के बाद दुबारा कोई गाँव नहीं आता. प्रत्येक वर्ष समस्या जस की तस बनी होने से ग्रामीणों में सरकारी व्यवस्थाओं और विभागीय लापरवाही के प्रति काफी रोष देखने को मिल रहा है.