अलीगंज (चन्द्रशेखर सिंह) :-
प्रखंड के बीआरसी मैदान में रविवार को प्रखंड स्तरीय रसोईया दीदी की बैठक संघ के प्रखंड सचिव पनमा देवी की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक को संबोधित करते हुए संघ के जिला सचिव मो. हैदर ने कहा कि रसोईया दीदी स्कूल में खाना बनाती है। लेकिन उनको एक मजदूर के बराबर भी दर्जा नहीं दिया जाता है। साथ ही मानदेय भी काफी कम है। जिससे एक आदमी का भी भरपेट भोजन नहीं हो सकती है। उन्होंने न कहा कि जहां सरकार आंगनबाडी सेविका/सहायिका का मानदेय दोगना कर दिया गया है। वहीं स्कूल में बच्चों के लिए दोपहर का भोजन बनाने वाली के लिए कुछ भी नहीं किया जा रहा है। वित्त मंत्री के साथ संघ के साथ हुई वार्ता बाद भी अभी तक कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई है। कामरेड महेन्द्र यादव ने कहा कि जहां सरकार एक ओर महिला सशक्ततिकरण चलाने की बात कहकर महिलाओं को सिर्फ ठगा जा रहा है। जबकि स्कूल में रसोईया का काम कर रही महिलाओं का आर्थिक शोषण किया जा रहा है। जबकि सरकार ने एक मजदूर की मजदूरी लगभग तीन सौ रूपया निर्धारित कर रखी है।उन्होंने ने कहा कि 8-9 जनवरी को चकका जाम किया जाएगा। जिसमें जिला मुख्यालय चलकर सभी रसोईया दीदी एक जूटता का परिचय देकर अपनी ताकत का एहसास करा देंगे। मौके पर सभी रसोईया दीदी ने अपनी संघ के प्रखंड अधयक्ष नगीना पासवान की गत दिन हुए सड़क दुर्घटना में जख्मी होने पर इलाज हेतु एक -एक दिन का मानदेय देने की घोषणा किया। बैठक में आठ जनवरी को बड़ी संख्या में अलीगंज प्रखंड से जमुई चलने का आह्वान किया गया। मौके पर ब्रहमदेव ठाकुर,सुनीता देवी, मंजू देवी, कविता देवी, सौमित्रा देवी,निकी देवी, सारो देवी, प्रतिमा देवी, रीता देवी,सरिता देवी सहित बड़ी संख्या में प्रखंड के विभिन्न स्कूल के रसोई दीदी मौजूद थी।
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