[गिद्धौर | अभिषेक कुमार झा ]
इन दिनों गिद्धौर एवं इसके अंतर्गत आसपास के इलाके में मौसमी बिमारी से पीड़ित मरीजों में बढोत्तरी देखी जा रही है।
इन मरीजों में निमोनिया, सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार के मरीजों की संख्या अधिक है। इसमें अधिक्तर मरीज मौसमी बीमारी से पीड़ित मरीज हैं। वहीं, गिद्धौर स्थित सामुदायिक अस्पताल के अलावे कुछ निजी क्लिनिक में भी कमोबेश यहीं स्थिति बनी है। गिद्धौर के कुछ चिन्हित दवा दुकानों पर भी इन मरीजों की ही भीड़ देखी जा रही है।
[गिद्धौर डाॅट काॅम की सलाह]
» क्या करें :-
1). डॉक्टर से तुरंत सलाह लें
2). एसी और कूलर वाले कमरे से अचानक बाहर न निकलें
3). एलर्जी की पहचान कर उससे बचें
4). ठंडी चीज न खाएं
5). साफ-सफाई पर ध्यान दें
6). बारिश से भीगने से बचें
» वायरल के लक्षण :-
1). छींक आना,
2). शरीर में दर्द,
3). खांसी
4). नाक बहना
5). तेज बुखार आना
» बचाव के उपाय :-
1). पानी को उबालकर प्रयोग करें
2). घर से बाहर स्वच्छ पानी लेकर चलें
3). समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें
4). पानी में क्लोरीन की गोली डॉलकर प्रयोग करें
5). इधर-उधर की चीजें न खाएं
मौसमी बुखार से संबंधित जानकारी देते हुए गिद्धौर के कुछ चिकित्सक बताते हैं कि इन दिनों बदलते मौसम में अधिकतर मरीज वायरल के शिकार हो जाते हैं। शुरुआत गले में खराश से होती है और फिर वे तेज बुखार के चपेट में आ जाते हैं। इससे ठीक होने में न्यूनतम छह से सात दिन लग जाते हैं। मौसमी बदलाव से श्वास के मरीजों की भी परेशानियां बढ़ जाती है। तापमान में गिरावट के साथ ही मौसम में कुछ वायरस भी सक्रिय हो जाते हैं, जो मरीज के परेशानियों को बढ़ा देते हैं।