[धोरैया | अरूण कुमार गुप्ता]
प्रखंड क्षेत्र में खुले आम नियम कानून को ताख पे रखकर पेट्रोल, डीजल की बिक्री की जा रही है,लेकिन पुलिस प्रशासन इन दुकानदारों पर कोई करवाई नही करती है।वहीं चंद रुपयों की लालच में दुकानें में बेचे जाने वाला यह पेट्रोल कितना खतरनाक हो सकता है ये खुद दुकानदारों को भी पता नही होगा। पेट्रोल टंकियों से ये ज्वलनशील पदार्थ खरीदकर दुकानदार अपनी दुकान में रखकर बेच रहे है,इन्हें ना तो अपनी ज़िंदगी की परवाह है ना ही दुसरों की जिंदगी की। इनके पास आग बुझाने के लिए कोई संयंत्र तक नही है, दुकानदार मुनाफा कमाने के चक्कर मे अपनी जान जोखिम में डाल रहे है। जब कि प्रखंड मुख्यालय से महज दो किलोमीटर की दूरी पर दो पेट्रोल पंप मौजूद है,बाबजूद इसके क्षेत्र में किराना दुकान से लेकर पान की गुमटियों तक अवैध तरीके से पेट्रोल की बिक्री हो रही है।
» बिना लाइसेंस की बिक रही पेट्रोल
जबकि भारत पेट्रोलियम के अनुसार डीजल पेट्रोल बेचने के लिए सबसे पहले सरकारी लाइसेंस की आवश्कता होती है।लाइसेंस मिलने के बाद भी व्यापारी खुले में डीजल या पेट्रोल नही बेच सकते।खुले में डीजल या पेट्रोल बेचने पर प्रतिबंध है।बाबजूद इसके प्रखंड क्षेत्र में सड़क किनारे शासन प्रशासन की आंखों में सामने खुले आम इसकी बिक्री की जा रही है। अधिकृत पेट्रोल पंपों के अलावे कहीं पेट्रोल नही बिक सकता।जिसे सिर्फ गाड़ियो के टैंक में ही भरा जा सकता है।
» इन स्थानों पे बिक रही है पेट्रोल
# प्रखंड मुख्यालय के सामने, धोरैया सन्हौला मुख्य पथ में कुर्मा हाट, करहरिया, सगुनिया, गौरा, बटसार, गजीचक
# धोरैया पुनसिया मुख्य मार्ग में भगवानपुर,कदमा मोड़, पटवा, श्रीपथार
# धोरैया पंजवारा मुख्य मार्ग में बेलडीहा, अहिरो, चलना, सादपुर
# धोरैया नवादा मुख्य मार्ग में बिशनपुर सहित अन्य गौवों में पेट्रोल की बिक्री की जाती है
» बिगड़ रहा गाड़ियों का इंजन
सड़कों पर खुलेआम बिक रही मिलावटी पेट्रोल लोगों की जेब मे सेंध लगाने के साथ गाड़ियों का इंजन भी बिगाड़ रही है। पेट्रोल में मिली किरोसिन इंजन को जल्द ही खराब कर देती है।
जबकि खुलेआम दुकानों पर पेट्रोल की बिक्री करना गैर कानूनी है।बाबजूद इसके पेट्रोलियम अधिकारी धरातल पर उतरने को तैयार नही।
जहाँ एक ओर आम वाहन चालकों से सख्ती बरती जा रही है,और बगैर हेलमेट के पेट्रोल नही देने की पावंदी सरकार द्वारा लगाई गई है।वहीं दूसरी ओर पेट्रोलियम पदार्थ के कालाबाजारी के लिए नियमों को ताख पे रख दिया गया है।