
[गिद्धौर | अभिषेक कुमार झा] :- गिद्धौर के सुखी नदियों को देखकर चैती छठ के मौके पर भगवान भास्कर को अर्ध्य देने की चिन्ता अब गिद्धौर के श्रद्धालुओं को सताने लगी है।
विदित हो कि, गिद्धौर प्रखंड की सभी नदियाँ प्राय: सूखी हुई नजर आ रही है। इसी कड़ी से जूडे गिद्धौर में चल रहे अवैध बालू उठाव के कारण, श्रद्धालुओं में यह चिन्ता बनी हुई है कि आखिर किस जगह नदी की खुदाई करें जिससे कि भगवान सूर्य को अर्ध्य अर्पित किया जा सके।
बहरहाल, खबर लिखे जाने तक घाटों की साफ सफाई के लिए न तो स्थानीय प्रशासन और न ही पंचायत प्रतिनिधि श्रद्धालुओं के प्रति चिन्तनशील नजर आ रहे है। इनके आलसपन से चैती छठ करने वाली व्रतियों का आस्था पर ग्रहण सा लग गया है।
इधर प्रचंड धूप की तपिश और भगवान भास्कर के प्रति आस्था और विश्वास के लिए समर्पित गिद्धौर वासियों की आस्था, प्रतिदिन अर्ध्य देने की चिन्ता को लेकर, नदी के घाटों पर अर्ध्य देने के लिए, जगहों को तलाशते नजर आते हैं।
वहीं इस संदर्भ में पंचायत प्रतिनिधियों की मानें तो साफ-सफाई और सुविधा मुहैया कराने का आश्वासन देकर वो मामले से अपना पल्ला झाड लेते हैं।
विदित हो कि, गिद्धौर प्रखंड की सभी नदियाँ प्राय: सूखी हुई नजर आ रही है। इसी कड़ी से जूडे गिद्धौर में चल रहे अवैध बालू उठाव के कारण, श्रद्धालुओं में यह चिन्ता बनी हुई है कि आखिर किस जगह नदी की खुदाई करें जिससे कि भगवान सूर्य को अर्ध्य अर्पित किया जा सके।
बहरहाल, खबर लिखे जाने तक घाटों की साफ सफाई के लिए न तो स्थानीय प्रशासन और न ही पंचायत प्रतिनिधि श्रद्धालुओं के प्रति चिन्तनशील नजर आ रहे है। इनके आलसपन से चैती छठ करने वाली व्रतियों का आस्था पर ग्रहण सा लग गया है।
इधर प्रचंड धूप की तपिश और भगवान भास्कर के प्रति आस्था और विश्वास के लिए समर्पित गिद्धौर वासियों की आस्था, प्रतिदिन अर्ध्य देने की चिन्ता को लेकर, नदी के घाटों पर अर्ध्य देने के लिए, जगहों को तलाशते नजर आते हैं।
वहीं इस संदर्भ में पंचायत प्रतिनिधियों की मानें तो साफ-सफाई और सुविधा मुहैया कराने का आश्वासन देकर वो मामले से अपना पल्ला झाड लेते हैं।
(News Desk)
22/03/2018,Thursday