
[गिद्धौर | अभिषेक कुमार झा] : - दरअसल, विगत 2 वर्षों से गिद्धौर-जमुई एनएच 333 पर लॉर्ड मिंटो टावर से चंद क़दमों की दूरी पर पड़े इस कूडे के ढेर पर विभिन्न प्रकार की बिमारियां पनप रही थीं। मुख्य मार्ग पर होने की वजह से इस कूडे के ढेर पर प्रतिदिन दर्जनों जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारीयों की नजर जाती थी, पर इसके सफाई हेतु कोई भी कदम नहीं उठाया गया था। फिर gidhaur.com की कलम चली और गिद्धौर में दम तोड़ती स्वच्छता अभियान ने फिर से राहत की सांस ली। लिहाजा आज कूडे के स्थान पर gidhaur.com के खबर का असर देखने को मिल रहा है।
बता दें कि, कचडे का उठाव 27 दिसंबर को भी किया गया था, पर किसी कारणवश उस स्थल की पूरी सफाई नही हो पाई थी।
बता दें कि, कचडे का उठाव 27 दिसंबर को भी किया गया था, पर किसी कारणवश उस स्थल की पूरी सफाई नही हो पाई थी।
*गन्दगी से फ़ैल रही थी जानलेवा बिमारियां*
कचड़े के ऊँचे होते ढेर से हालात इतने बदतर हो गए थे कि बीमारियों को न्यौता देते ये कचरे, पीएम नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की कारगुजारी पर बड़ा प्रश्न चिह्न लगाते नजर आते थे।
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रात्रि में कचड़े का उठाव करते ट्रेक्टर |
*मिलेनियम स्टार फाउंडेशन ने किया आभार व्यक्त*
सामाजिक संस्था मिलेनियम स्टार फाउंडेशन की कवायद पर पतसंडा पंचायत के मुखिया द्वारा कचडा उठाव का आश्वासन दिया गया था। उस सकारात्मक आश्वासन को वास्तविकता का रूप मिलने से मिलेनियम स्टार के अध्यक्ष सुशांत साईं सुंदरम ने इस सार्थक पहल के लिए पंचायत की मुखिया संगीत सिंह के प्रति आभार व्यक्त किया है।
खैर जो भी माजरा हो, देर से ही पर सत्ता-साशन की नींद देर सवेर टूटने से गिद्धौर बाजार को कचरे के इस ढेर से छूटकारा मिल गया है।
खैर जो भी माजरा हो, देर से ही पर सत्ता-साशन की नींद देर सवेर टूटने से गिद्धौर बाजार को कचरे के इस ढेर से छूटकारा मिल गया है।
न्यूज़ डेस्क | 09/02/2018,शुक्रवार