[गिद्धौर | अभिषेक कुमार झा] : बात यदि आज से दो वर्ष पूर्व की करें तो गिद्धौर बाजार व प्रखंड मुख्यालय की से मौरा जाने वाली सड़क अपने उद्धारकर्ता की बाट जोह रही थी। करोड़ों रूपये खर्च कर गाँव-गाँव तक पक्की सड़क पहुँचाने का दावा करने वाली मौजूदा सरकार की पहल गिद्धौर के मौरा जैसे सुदूर इलाके मे भी सार्थक होता दिख रहा है।
आपके भरोसेमंद पोर्टल Gidhaur.com में दिनांक 03/12/2016 को प्रसारित खबर के बाद सड़क निर्माण हेतु योजनाएं बनी, उन योजनाओं को कागज पर उतारा गया, फिर उन्हें वास्तविकता का रूप देने के लिए कागजों के खाका को धरातल पर उतारा गया।
हलांकि अभी तक भी मौरा के सड़क की हालत खस्ती है, पर विश्वसनीय सुत्रों की मानें तो आगामी मार्च 2018 तक बदहाली की मार झेल रहे इन सड़कों की मरम्मत कर उन्हें बेहतरीन ढंग से गिद्धौर तक जोड़ा जाएगा।
धोबघट मोड़ के पास सड़क किनारे पड़े सड़क निर्माण सामग्री सूत्रों के व्याख्या की पुष्टि भी करते हैं।
धोबघट मोड़ के पास सड़क किनारे पड़े सड़क निर्माण सामग्री सूत्रों के व्याख्या की पुष्टि भी करते हैं।
पाठकों को जानकारी से अवगत करते चलें कि मौरा, गिद्धौर प्रखंड अंतर्गत एक घनी आबादी वाला एक छोटा सा पंचायत है, जहाँ के लोगों की रोजमर्रा आवश्यकताएं जैसे उपचार, बाजार, बैंक और प्रशासनिक कार्यों के लिए सड़क द्वारा 8 कि.मी. का सफर तय कर प्रखंड मुख्यालय आना पड़ता है।
दिनांक 03/12/2016 को Gidhaur.com में खबर के प्रसारनोपरान्त, 3 पंचायत सहित कई गांव जाने-आने का यह गिद्धौर-मौरा पथ एक मात्र रास्ते के पुनर्निर्माण व जीर्णोद्धार की दिशा में संबंधित जनप्रतिनिधियों की विशेष रूचि देखी जा रही हैं।

हलांकि, इससे पूर्व भी कई बार सड़क की मरम्मत करवाई गई थी, लेकिन सरकारी राशि का बंदरबांट होना तथा सस्ते माल, व गुणवत्तापूर्ण ढंग से मरम्मत नहीं कराने के कारण इस सड़क की हालत दिन-ब-दिन जर्जर होती चली गई।
मौरा के ग्रामीण एवं कुछ बुद्धिजीवियों ने Gidhaur.com के इस पहल की मुक्तकंठ से प्रशंसा कर यह कहते हुए पूरी टीम को धन्यवाद दिया कि इनके कवायद से मौरा की जर्जर सड़क पर पीच की चादर बीछ सकेगी।
न्यूज़ डेस्क | 06/01/2018, शनिवार