Gidhaur.com (न्यूज़ डेस्क) : देश में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनते ही केंद्र सरकार के नेतृत्वकर्ता नरेंद्र मोदी ने देश के समग्र विकास के उद्देश्य से सभी सांसदों के लिए निर्देश जारी किये थे कि वो अपने-अपने संसदीय क्षेत्र के अति पिछड़े अथवा प्रभावित अथवा विकास कार्यों से वंचित गांव को आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लेकर वहां विकास कार्यों को बढ़ावा दें। लेकिन समय की विडम्बना ही कहें कि ओजस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह महत्वाकांक्षी परिकल्पना फलीभूत न हो सकी।
भारतवर्ष के लगभग सभी सांसदों ने अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत गांव को गोद तो ले लिया लेकिन वहां के विकास की गति रफ़्तार न पकड़ सकी। कुछ ऐसा ही नजारा है जमुई लोकसभा में आने वाले गांव बटिया की, जिसे यहाँ के युवा सांसद चिराग पासवान ने आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिया है लेकिन यहाँ विकास कार्य के नाम पर विशेष प्रगति के कार्य नहीं हुए है।
सांसद चिराग एवं केंद्र सरकार का कार्यकाल तीन वर्षों से भी अधिक का हो चुका है। इस दौरान बटिया गांव की स्थिति में काफी हद तक सुधार हुआ है। कई स्वीकृत योजनाओं का कार्य जारी है। इस योजना के तहत सांसद द्वारा बटिया गांव को बतौर आदर्श ग्राम विकसित करना है, जिससे की आसपास के अन्य गांव भी इस प्रकार से विकसित होने की दिशा में प्रेरित हो सकें।
सांसद आदर्श ग्राम योजना के लिए चयनित इस गांव के राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग मुकाम हासिल करने हेतु जमुई लोकसभा के सांसद चिराग पासवान द्वारा ग्रीन ग्रास वेलफेयर आर्गेनाईजेशन नामक संस्था के सहयोग से विकास कार्यों को बढ़ावा दिया जाएगा।

ग्रीन ग्रास वेलफेयर आर्गेनाईजेशन के संस्थापक-सचिव सुहावन सिंह, स्थानीय प्रतिनिधि ठाकुर डुगडुग सिंह एवं सांसद प्रतिनिधि जीवन सिंह ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि शीघ्र ही बटिया में सामुदायिक स्तर पर कई नए प्रयोग व योजनाएं शुरू की जाएगी जो पूरे देश में अपने तरह की नई पहल होगी।
ध्यानाकृष्ट करते चलें कि पर्यावरण व अन्य क्षेत्रों में सुहावन के योगदान को देखते हुए उन्हें बिहार एक्सिलेंट अवार्ड से पुरस्कृत किया गया था। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र में आयोजित पर्यावरण संरक्षित कांफ्रेंस में सम्मिलित होने का भी अवसर मिला था।
सुशान्त साईं सुन्दरम
Gidhaur.com | 07/12/2017, गुरुवार
भारतवर्ष के लगभग सभी सांसदों ने अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत गांव को गोद तो ले लिया लेकिन वहां के विकास की गति रफ़्तार न पकड़ सकी। कुछ ऐसा ही नजारा है जमुई लोकसभा में आने वाले गांव बटिया की, जिसे यहाँ के युवा सांसद चिराग पासवान ने आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिया है लेकिन यहाँ विकास कार्य के नाम पर विशेष प्रगति के कार्य नहीं हुए है।
सांसद चिराग एवं केंद्र सरकार का कार्यकाल तीन वर्षों से भी अधिक का हो चुका है। इस दौरान बटिया गांव की स्थिति में काफी हद तक सुधार हुआ है। कई स्वीकृत योजनाओं का कार्य जारी है। इस योजना के तहत सांसद द्वारा बटिया गांव को बतौर आदर्श ग्राम विकसित करना है, जिससे की आसपास के अन्य गांव भी इस प्रकार से विकसित होने की दिशा में प्रेरित हो सकें।
सांसद आदर्श ग्राम योजना के लिए चयनित इस गांव के राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग मुकाम हासिल करने हेतु जमुई लोकसभा के सांसद चिराग पासवान द्वारा ग्रीन ग्रास वेलफेयर आर्गेनाईजेशन नामक संस्था के सहयोग से विकास कार्यों को बढ़ावा दिया जाएगा।

ग्रीन ग्रास वेलफेयर आर्गेनाईजेशन के संस्थापक-सचिव सुहावन सिंह, स्थानीय प्रतिनिधि ठाकुर डुगडुग सिंह एवं सांसद प्रतिनिधि जीवन सिंह ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि शीघ्र ही बटिया में सामुदायिक स्तर पर कई नए प्रयोग व योजनाएं शुरू की जाएगी जो पूरे देश में अपने तरह की नई पहल होगी।
ध्यानाकृष्ट करते चलें कि पर्यावरण व अन्य क्षेत्रों में सुहावन के योगदान को देखते हुए उन्हें बिहार एक्सिलेंट अवार्ड से पुरस्कृत किया गया था। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र में आयोजित पर्यावरण संरक्षित कांफ्रेंस में सम्मिलित होने का भी अवसर मिला था।
सुशान्त साईं सुन्दरम
Gidhaur.com | 07/12/2017, गुरुवार