
Gidhaur.com (न्यूज़ डेस्क) : बेटियाँ सिर्फ चूल्हे फूंकने के लिए ही पैदा नहीं होतीं बल्कि भाला फेंक कर अपने शौर्य का प्रदर्शन भी कर सकती हैं. उक्त कथन को यथार्थ कर दिखाया है एक साधारण से परिवार से आने वाली जमुई की बेटी अंजनी कुमारी ने. जमुई के एक छोटे से गाँव बरुअट्टा की रहने वाली अंजनी अपनी छोटी आँखों में बड़े सपने संजोये हरियाणा के रोहतक में 18 से 22 दिसंबर तक आयोजित हो रहे 63वें नेशनल स्कूल एथलेटिक्स चैंपियनशिप के अंडर-19 मुकाबले में जेवलिन थ्रो के फाइनल राउंड के लिए चयनीत हो गई हैं.
बिहार का प्रतिनिधित्व करते हुए अंजनी ने बुधवार की संध्या रोहतक के राजीव गाँधी स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में अंडर-19 जेवलिन थ्रो के फाइनल राउंड के दौरान 40 मीटर की दूरी तक भाला फेंक कर इसमें अपना स्थान पक्का किया.
इस चैंपियनशिप में अंडर-19 बिहार एथलेटिक्स के कुल 19 लड़के-लड़कियां शामिल हो रहे हैं. जिसमें जेवलिन थ्रो मुकाबले में फाइनल राउंड के लिए बिहार से दो खिलाड़ियों का चयन हुआ है. इन दो खिलाड़ियों में जमुई की अंजनी के अलावा भागलपुर की मीनू सोरेन चयनित हुई हैं. मीनू ने 39.95 मीटर की दूरी तक भाला फेंक कर फाइनल में अपनी जगह बनाई.
63वें नेशनल स्कूल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अंडर-19 बिहार टीम के कोच के रूप में राष्ट्रीय एथलीट सूरज सिंह आशुतोष साथ गए हैं. अब गुरुवार को दिन के 10 बजे फाइनल राउंड होगा. जिलाभर के प्रशंसकों ने फाइनल राउंड में चयनीत होने पर बधाइयाँ दी हैं एवं फाइनल मुकाबले में अंजनी के जीतने की शुभकामना की है.
इससे पूर्व अंजनी ने आंध्र प्रदेश के गुंटूर में 16 से 20 नवम्बर तक आयोजित हुए 33वें राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैम्पियनशिप प्रतियोगिता में अंडर-18 जैवलीन थ्रो प्रतियोगिता में 40.79 मीटर की दूरी तक भाला फेंक कर रजत पदक हासिल कर राष्ट्रीय फलक पर जमुई का नाम रौशन किया था. इसके अलावा अप्रैल महीने में यूथ नेशनल प्रतियोगिता में भी अंडर-18 जैवलीन थ्रो प्रतियोगिता में अंजनी ने रजत पदक जीता था.
सुशान्त साईं सुन्दरम
Gidhaur.com | 20/12/2017, बुधवार