
Gidhaur.com (न्यूज़ डेस्क) :- स्वच्छ और इमानदार छवि के माने जाने वाले जहानाबाद के जनप्रिय और मृदुभाषी विधायक सह राजद के प्रधान महासचिव मुन्द्रिका सिंह यादव का मंगलवार को 67 वर्ष की उम्र में पटना के पारस अस्पताल में निधन हो गया। सोमवार को सुबह ब्रेन हेमरेज के बाद मुर्छित अवस्था में उन्हें पारस अस्पताल में दाखिल कराया गया था, जहां कोमा की स्थिति में उन्होंने मंगलवार की शाम अंतिम सांस ली। अस्पताल के एक वरीय चिकित्सक के अनुसार उनका ब्रेन हेमरेज इतना घातक था कि उन्हें बचाने के लिए उनके दिमाग में जमा खून के थक्कों को पेशाब के रास्ते निकालने की भी कोशिश की गई।

इसके बाद चिकित्सकों से नकारात्मक और उनकी स्थिति में कोई सुधार नहीं होने की बात सुनकर मुख्यमंत्री भी मायूसी के साथ लौट गए जबकि इसके पूर्व सोमवार को ही दोपहर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव विधायक भोला यादव, सांसद जयप्रकाश नारायण यादव पूर्व मंत्री आलोक मेहता शिवचंद्र राम, तनवीर हसन, प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन,भाई अरुण कुमार केडी यादव, सत्येंद्र पासवान, डॉ कुमार राहुल सिंह, सतीश गुप्ता, चंदेश्वर प्रसाद सिंह, जहानाबाद के पूर्व विधायक सच्चिदानंद यादव एवं युवा राजद नेता शशि रंजन यादव उर्फ पप्पू यादव सहित कई राजद नेता सहित कई दलों के नेताओं ने अस्पताल पहुंचकर उनके हालत की जानकारी ली थी। देर शाम शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा और पूर्व मंत्री व बेलागंज के राजद विधायक डा. सुरेन्द्र प्रसाद यादव भी अस्पताल पहुंचकर मुन्द्रिका सिंह यादव के हालात की जानकारी ली थी। ये दोनों नेता काफी देर तक अस्पताल में रहे। वहीं मंगलवार को भी केन्द्रीय मंत्री रामकृपाल यादव, जहानाबाद के पूर्व सांसद डा. जगदीश शर्मा उनके पुत्र व घोषी के पूर्व विधायक राहुल कुमार व पूर्व एमएलसी विशुनदेव राय सहित कई नेता और कार्यकर्ता अस्पताल पहुंचकर उनके हालत की जानकारी ली थी। लालू प्रसाद तो सोमवार को दोपहर अस्पताल से लौटने के बाद लगातार अस्पताल प्रबंधन से उनकी स्थिति के बारे में फोन पर जानकारी लेते रहे। जहानाबाद के कई राजद नेता सोमवार से ही अस्पताल में डटे रहे। मंगलवार की शाम 4: 40 बजे पारस अस्पताल के चिकित्सकों ने उनकी मौत की घोषणा कर दी। स्व. मुन्द्रिका यादव अपने पीछे चार पुत्रों के साथ भरा-पूरा परिवार छोड गए हैं। उनके बडे पुत्र उदय पटना हाइकोर्ट में अधिवक्ता है जबकि दूसरे पुत्र सुदय कुमार राजद से जुडे हैं।
एक बार मंत्री, दो बार विधायक और एक टर्म रह चुके थे एमएलसी
स्वभाव के धनी मुन्द्रिका सिंह यादव वर्तमान में जहानाबाद से राजद के विधायक थे। 2015 के विधानसभा चुनाव में रालोसपा के प्रवीण कुमार को 30321 मतों से हराकर उन्होंने इस सीट पर कब्जा किया था। इसके पूर्व इन्होंने 1995 में भी कांग्रेस के सैयद असगर हुसैन को 22268 मतो से पराजित कर जनता दल के लिए यह सीट जीती थी। मूल रुप से अरवल जिला के करपी थाना अंतर्गत बेलदारी बिगहा (वंशी-सोनभद्र) के निवासी मुन्द्रिका सिंह यादव सर्वप्रथम 1990 में जनता दल के टिकट पर कुर्था (तब जहानाबाद जिला) से विधायक चुन गए थे। तब उन्होंने इंडियन पिपुल्स फ्रंट (आईपीएफ) के दिग्गज नेता तिलेश्वर कौशिक को पटखनी दी थी। 1990 में बनी लालू सरकार में मुन्द्रिका सिंह यादव बिहार के स्वास्थ्य राज्य मंत्री बनाए गए थे, तब इन्होंने जहानाबाद सदर अस्पताल का नामकरण शहीद जगदेव प्रसाद के नाम पर करा इस अस्पताल का काया-कल्प कराया था। वे लगभग हर वर्ष जगदेव प्रसाद की जयंती पर जहानाबाद सदर अस्पताल पहुंचकर जगदेव प्रसाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते रहे। मुन्द्रिका सिंह यादव वर्ष 2004 से 2010 तक बिहार विधान परिषद के सदस्य सह आवास समिति के सभापति भी रहे। सोमवार को रात्री 7:40 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आर के महाजन के साथ पारस अस्पताल पहुंचकर चिकित्सकों से उनके हालत के बारे में जानकारी भी ली थी। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को विधायक के इलाज के लिए उनके परिजनों द्वारा जमा कराए गए रुपयों को उनके परिजनों को वापस कर देने और इलाज पर हो रहे खर्च का भुगतान सरकार की ओर से करने का आदेश प्रधान सचिव को दिया था।
इसके बाद चिकित्सकों से नकारात्मक और उनकी स्थिति में कोई सुधार नहीं होने की बात सुनकर मुख्यमंत्री भी मायूसी के साथ लौट गए जबकि इसके पूर्व सोमवार को ही दोपहर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव विधायक भोला यादव, सांसद जयप्रकाश नारायण यादव पूर्व मंत्री आलोक मेहता शिवचंद्र राम, तनवीर हसन, प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन,भाई अरुण कुमार केडी यादव, सत्येंद्र पासवान, डॉ कुमार राहुल सिंह, सतीश गुप्ता, चंदेश्वर प्रसाद सिंह, जहानाबाद के पूर्व विधायक सच्चिदानंद यादव एवं युवा राजद नेता शशि रंजन यादव उर्फ पप्पू यादव सहित कई राजद नेता सहित कई दलों के नेताओं ने अस्पताल पहुंचकर उनके हालत की जानकारी ली थी। देर शाम शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा और पूर्व मंत्री व बेलागंज के राजद विधायक डा. सुरेन्द्र प्रसाद यादव भी अस्पताल पहुंचकर मुन्द्रिका सिंह यादव के हालात की जानकारी ली थी। ये दोनों नेता काफी देर तक अस्पताल में रहे। वहीं मंगलवार को भी केन्द्रीय मंत्री रामकृपाल यादव, जहानाबाद के पूर्व सांसद डा. जगदीश शर्मा उनके पुत्र व घोषी के पूर्व विधायक राहुल कुमार व पूर्व एमएलसी विशुनदेव राय सहित कई नेता और कार्यकर्ता अस्पताल पहुंचकर उनके हालत की जानकारी ली थी। लालू प्रसाद तो सोमवार को दोपहर अस्पताल से लौटने के बाद लगातार अस्पताल प्रबंधन से उनकी स्थिति के बारे में फोन पर जानकारी लेते रहे। जहानाबाद के कई राजद नेता सोमवार से ही अस्पताल में डटे रहे। मंगलवार की शाम 4: 40 बजे पारस अस्पताल के चिकित्सकों ने उनकी मौत की घोषणा कर दी। स्व. मुन्द्रिका यादव अपने पीछे चार पुत्रों के साथ भरा-पूरा परिवार छोड गए हैं। उनके बडे पुत्र उदय पटना हाइकोर्ट में अधिवक्ता है जबकि दूसरे पुत्र सुदय कुमार राजद से जुडे हैं।
इधर, स्व. मुन्द्रिका यादव के निधन पर गिद्धौर के नयागांव निवासी सह लोकप्रसिद्ध गायक व अभिनेता मिथलेश यदुवंशी एवं समाजसेविका अनु स्वाति ने शोक व्यक्त करते हुए बताया कि इस दुनिया से इनका जाना एक पूर्णिय क्षति है।
(सूत्र)
www.gidhaur.com | 24/10/2017 (मंगलवार)
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