पवित्र माह सावन की शुरुआत होते ही बाबा को जल चढ़ाने देवघर जाने वाले कांवरियों के झुण्ड से सड़कों पर बोल-बम के आवाज की गूंज कानों तक आने लगे हैं। बोल-बम का नारा लगाते हुए बैद्यनाथधाम (देवघर) में बाबा भोलेनाथ को कांवरियों का आवागमन गिद्धौर-जमुई मुख्यमार्ग पर सक्रिय हो जाएगा। हर वर्ष की भांति इस बार भी कांवरिया वाहनों को एनएच-333 पर अवस्थित गिद्धौर टावर चौक मोड़ पर महाजाम का सामना करना पड़ेगा।
एक ओर श्रावणी मेला का आगाज हो गया है, वहीं दूसरी ओर गिद्धौर टावर चौक मुख्य मार्ग पर सुबह होते ही ट्रकों की कतार एवं सैकड़ों यात्री वाहन जाम में फंसे रहने से हर रोज आवागमन घंटों बाधित रहता है। ऐसे में गिद्धौर बाजार से होकर गुजरने वाले मुख्य राजमार्ग पर कांवरिया सुविधा की बात करना स्थानीय प्रबंधन के साथ बेमानी होगी। प्राप्त जानकारी अनुसार, मौजूदा जिला प्रशासन ने श्रावणी मेले को देखते हुए जिले भर में कांवरिया सुविधा को ले मुस्तैद रहने का निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिया है। इसके बावजूद, स्थानीय प्रतिनिधियों द्वारा आज तक कांवरिया सुविधा समिति का गठन नजर नहीं आ रहा है।
बताते चलें कि हर वर्ष सावन में सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से हर रोज हजारों कांवरिया गिद्धौर रेलवे स्टेशन जाने के लिए इस मुख्य मार्ग से गुजरते हैं। क्षतिग्रस्त सड़क और गिद्धौर के मिंटो टावर चौक के पास लगने वाले जाम में फंसकर रह जाने के कारण श्रद्धालुओं की ट्रेन छूट सकती है। इतना ही नहीं महीनों से जर्जर पड़ा एनएच-333 गिद्धौर-जमुई मुख्य मार्ग के क्षतिग्रस्त हो जाने से कांवरियों की राह और यात्रा दिनों ही कठिन हो सकती है। खैर अब जो भी हो, श्रावण की शुरूआत तो हो गयी है परन्तु गिद्धौर लाॅर्ड मिन्टो टावर मोड़ पर लगे जाम को छुड़ाने व आवागमन को बिना अवरोध के सुचारू रखने में फिलहाल सब असफल हैं। अब देखना ये है कि बिना किसी व्यवस्था के कांवरियों को कहां तक सुविधा मिल पाती है।
(अभिषेक कुमार झा)
~गिद्धौर | 11/07/2017, मंगलवार
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