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लोजपा की कमान अब चिराग के हाथ, राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हुई ताजपोशी

सेंट्रल डेस्क [सुशान्त साईं सुन्दरम] :
वर्ष 2000 में गठित लोक जनशक्ति पार्टी को 19 वर्षों के बाद नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिला है. पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में रामविलास पासवान ने अपने पुत्र एवं जमुई लोकसभा से सांसद चिराग पासवान को पार्टी की कमान सौंपी.

बता दें कि लोजपा के स्थापना के समय से ही रामविलास पासवान के पास ही पार्टी की कमान थी. विगत दिनों मिडिया को संबोधित करते हुए रामविलास पासवान ने यह संकेत दिया था की चिराग पासवान को पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जाएगी. हाल ही में रामविलास पासवान की रजामंदी के बाद उनके भतीजे एवं समस्तीपुर लोकसभा के नवनिर्वाचित संसद प्रिंस राज को लोजपा का बिहार प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किया गया था. दिल्ली के 12 जनपथ स्थित रामविलास पासवान के आवास पर लोजपा के कार्यकारिणी समिति के सभी पदाधिकारियों सहित सभी प्रदेशों के अध्यक्ष शामिल हुए.

बैठक में दलित सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोजपा सांसद पशुपति कुमार पारस ने लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष एवं सांसद चिराग पासवान को लोजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने का प्रस्ताव रखा. लोजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सभी सदस्यों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया और सर्वसम्मति से चिराग पासवान को लोजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया. बैठक में राष्ट्रीय स्तर पर कई राजनीतिक प्रस्तावों पर भी चर्चा हुई.

रामविलास पासवान के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते भी बतौर लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष पार्टी के कई फैसले चिराग ही लेते थे. हर चुनाव में उम्मीदवारों के चयन में चिराग की भूमिका प्रमुख रहती थी. लेकिन मंगलवार से चिराग ने पार्टी की कमान पूरी तरह से संभाल ली है.

रामविलास ने चिराग को केवल लोजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष ही बनाया है, केंद्रीय मंत्री वे खुद ही बने रहेंगे.

वर्ष 2019 के आम चुनाव में भी भी सीटों के बंटवारे, उम्मीदवारों के चयन और सभी को जिताने में चिराग ने अहम भूमिका निभायी थी. समस्तीपुर से सांसद रहे चिराग के चाचा रामचन्द्र पासवान के निधन के बाद हुए उपचुनाव में रामचंद्र पासवान के पुत्र और चिराग के भाई प्रिंस राज को उम्मीदवार बनाकर एनडीए की तरफ से उतारा गया था, जिनकी जीत के लिए चुनाव प्रचार की कमान चिराग ने अपने हाथ मे रखी थी. जीतोड़ मशक्कत के बाद चिराग ने प्रिंस को जीत दिलवाकर ही दम लिया. चिराग को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाये जाने के बाद मीडिया से बात करते हुए रामविलास पासवान ने कहा था कि हम चाहते हैं कि अगली पीढ़ी अपना काम संभाले.