जमुई/बिहार (Jamui/Bihar), 24 अक्टूबर 2025, शुक्रवार : महापर्व छठ को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। शुक्रवार को जिला पदाधिकारी नवीन कुमार एवं पुलिस अधीक्षक विश्वजीत दयाल ने शहर के विभिन्न छठ घाटों का बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने घाटों की सफाई व्यवस्था, सुरक्षा घेराबंदी, जलस्तर की स्थिति और पहुंच मार्गों की तैयारियों का गहनता से जायजा लिया।
निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने नगर परिषद जमुई, आपदा प्रबंधन विभाग और संबंधित पदाधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं की सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। सभी घाटों पर सफाई कार्य समय पर पूरा किया जाए, जलाशयों के आसपास गंदगी या फिसलन न हो, इसके लिए विशेष सतर्कता बरती जाए।
डीएम ने यह भी आदेश दिया कि खतरनाक या गहरे घाटों को चिन्हित कर वहां बैरिकेडिंग की जाए, ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे। साथ ही जल स्तर घट जाने की स्थिति में घाटों को समतल करने और वहां तक व्रतियों के सुरक्षित आवागमन का मार्ग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने नगर परिषद जमुई को निर्देशित किया कि सभी प्रमुख घाटों पर पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, पेयजल की उपलब्धता और चेंजिंग रूम की सुविधा सुनिश्चित की जाए। महिलाओं और बुजुर्ग व्रतियों के लिए विशेष सहायता केंद्र बनाने की भी बात कही गई।
डीएम ने जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें अलर्ट मोड पर रखने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षित गोताखोरों की तैनाती खतरनाक घाटों पर अनिवार्य रूप से की जाए, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके।
निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक विश्वजीत दयाल ने भी घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर समीक्षा की। उन्होंने पुलिस बलों को भीड़ प्रबंधन और वाहनों की पार्किंग व्यवस्था को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
जिलाधिकारी ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें, अनुशासित और श्रद्धापूर्ण माहौल में पर्व को संपन्न कराएं। उन्होंने कहा कि छठ बिहार की आस्था और संस्कृति का प्रतीक है, इसे शांति, स्वच्छता और सामूहिक सहयोग से मनाना हम सभी की जिम्मेदारी है।





