रतनपुर/गिद्धौर (Ratanpur/Gidhaur), 26 अप्रैल 2025, शनिवार : गिद्धौर प्रखंड के रतनपुर पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या पांच के निवासी भीषण गर्मी में पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। मुख्यमंत्री नल जल योजना के तहत बनाई गई पानी टंकी पिछले एक वर्ष से पूरी तरह बंद पड़ी है। टंकी के गेट पर ताला लटका हुआ है, जिससे वार्ड के सैकड़ों लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। पानी के लिए त्राहिमाम मच गया है और महिलाएं तथा बच्चे दूर-दराज के इलाकों से पानी ढोने को मजबूर हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2024 की शुरुआत से ही पानी टंकी का संचालन पूरी तरह ठप है। टंकी से पानी आपूर्ति बंद होने के बाद से लोगों ने कई बार जनप्रतिनिधियों और विभागीय अधिकारियों से गुहार लगाई, परंतु आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि टंकी निर्माण कार्य से जुड़े संवेदक और एजेंसी केवल लाभ लेकर चले गए और योजना अधूरी छोड़ दी गई। परिणामस्वरूप, वार्ड के लोग आज भी बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं।
गांव के निवासी अरुण कुमार ने व्यथा व्यक्त करते हुए कहा कि "पूरा एक साल हो गया, हम सब इस उम्मीद में हैं कि शायद आज पानी टंकी चालू हो जाए, पर हर दिन निराशा हाथ लगती है। भीषण गर्मी में हम मजबूरी में पुराने कुएं का गंदा और दूषित पानी पीकर अपने जीवन को किसी तरह चला रहे हैं।"
इसी वार्ड की महिला इंदू देवी ने बताया कि वार्ड में लगे अधिकांश चापाकल भी खराब पड़े हैं। "न तो चापाकल से पानी मिल रहा है और न ही नल जल योजना से। शादी-ब्याह के इस मौसम में लोगों को पीने और उपयोग के लिए टैंकरों और पुराने कुओं पर निर्भर रहना पड़ रहा है।" उन्होंने कहा कि पानी लाने के लिए महिलाओं और बच्चों को प्रतिदिन कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है, जिससे स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
गांव के ही छोटेलाल यादव ने कहा कि "हर सुबह सूरज निकलने से पहले ही लोग हाथ में बाल्टी, डब्बा और मटका लेकर कुएं की ओर दौड़ते हैं। छोटे-छोटे बच्चे भी उसी दूषित पानी को पीने को मजबूर हैं। टंकी के चालू कराने की दिशा में अब तक कोई गंभीर पहल नहीं हुई है।"
चिलचिलाती धूप और गर्म हवाओं के बीच पानी की तलाश में भटकती महिलाओं और प्यास से बिलखते बच्चों की पीड़ा दिल को झकझोर देती है। साफ पेयजल की इस त्रासदी ने वार्ड में स्वास्थ्य संबंधी संकट भी पैदा कर दिया है। दूषित पानी पीने से बीमारियों के फैलने का भी खतरा बढ़ गया है।
इस गंभीर स्थिति के संबंध में पूछे जाने पर पीएचईडी की जूनियर इंजीनियर वर्षा कुमारी ने कहा कि "सात निश्चय योजना के तहत बनी पानी टंकी किसी भी हालत में बंद नहीं रहनी चाहिए। हम मामले की जानकारी ले रहे हैं और शीघ्र ही पानी टंकी को चालू कराया जाएगा। वार्डवासियों को जल्द से जल्द शुद्ध पेयजल सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।"
फिलहाल, वार्ड संख्या पांच के ग्रामीणों को उम्मीद है कि प्रशासन उनकी सुध लेगा और उनकी प्यास बुझाने के लिए ठोस कदम उठाएगा।