झाझा/जमुई (Jhajha/Jamui), 10 अप्रैल 2025, गुरुवार : झाझा प्रखंड के धमना गांव में उस समय मातम छा गया जब देश की सेवा में तैनात बीएसएफ जवान दीपक कुमार की मौत की खबर गांव पहुंची। 43 वर्षीय दीपक कुमार, जो गजाधर रावत के पुत्र थे, न्यू जलपाईगुड़ी के पास भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात थे।
परिजनों के अनुसार, ड्यूटी के दौरान उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। गुरुवार सुबह जब दीपक की पत्नी सविता देवी को फोन पर यह दुखद समाचार मिला, तो घर में कोहराम मच गया। परिजनों की चीख-पुकार से पूरा गांव गमगीन हो गया।
दीपक कुमार अपने पीछे दो बेटे — अभिनव कुमार और आर्यन कुमार — तथा दो बेटियां — श्वेता कुमारी और सोनम कुमारी — को छोड़ गए हैं। घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के ग्रामीण परिजनों को सांत्वना देने उनके घर पहुंचे। परिजनों ने बताया कि दीपक दिसंबर माह में छुट्टी में घर आए थे और आगामी जून में फिर घर आने वाले थे। लेकिन उससे पहले ही यह दुखद घटना घट गई।
देश की सेवा में लगे एक समर्पित सिपाही की असमय मौत से न सिर्फ उनके परिवार, बल्कि पूरे गांव में शोक की लहर है।