बेमौसम बरसात से सरसों के फसल में नुकसान, गुणवत्ता होगी खराब, फफूंद और कीट लगने का खतरा - gidhaur.com : Gidhaur - गिद्धौर - Gidhaur News - Bihar - Jamui - जमुई - Jamui Samachar - जमुई समाचार

Breaking

Post Top Ad - Contact for Advt

Post Top Ad - SR DENTAL, GIDHAUR

शनिवार, 22 मार्च 2025

बेमौसम बरसात से सरसों के फसल में नुकसान, गुणवत्ता होगी खराब, फफूंद और कीट लगने का खतरा



गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 21 मार्च 2025, शुक्रवार : बीते दो दिनों से बादलों की आवाजाही के बीच गड़गड़ाहट सुनाई देते ही किसान भगवान से प्रार्थना करते दिखे। खेतों में इस समय रबी की फसल पूरी तरह तैयार खड़ी है। ऐसे में बिन मौसम बरसात से किसानों की मेहनत फसल के साथ नष्ट हो जाएगी। हालांकि इन दिनों सरसों की फसल पकने के बाद जिले भर में फसल कटाई का दौर भी शुरु हो गया है। वहीं बाद की बुआई वाली फसलों के पकने का समय चरम पर है। ऐसे में मौसम की मार किसानों के चेहरे पर साफ झलक रही है।


बारिश होने से खेतों में कट रही सरसों की फलियां झड़ने लगेंगी और उत्पादन घटने की पूरी संभावना रहेगी। वहीं बाद की बुआई वाली सरसों में बरसात के कारण पुन: सरसों अंकुरित होने से सरसों को नुकसान होगा। इससे सरसों का दाना पतला होगा। साथ ही तेल की मात्रा भी कम हो जाएगी। कृषकों की मानें तो बारिश होने से खेतों में खड़ी सरसों की फसल में काफी नुकसान हो सकता है। मौसम में लगातार बदलाव नजर आने से किसानों की चिंता और ज्यादा बढ़ गई है। मौसम में आए परिवर्तन से जनजीवन प्रभावित हुआ है। बारिश की रिमझिम के साथ तेजी के साथ ठंडी बयार ने मौसम का मिजाज बदला है। जिससे किसान मायूस हैं। कई दिनो से मौसम में आई गरमाहट से ऊनी कपड़ों से पूरी तरह छुटकारा मिल गया था। शुक्रवार को मौसम का अत्यधिक प्रभाव सरसों की फसल पर पडता दिखा।


कृषक शंभू यादव, किशुन यादव, शिव रावत, मुकेश यादव, कैलू यादव ने बताया कि एकाएक मौसम में आए बदलाब से सरसों की फसल बर्बाद होने के कगार पर है। बरसात का फसल पर कम प्रभाव दिखाई दे रहा है लेकिन हवा में तीव्रता अधिक होने के कारण सरसों की फसल को गिरने का खतरा मंडरा रहा है। क्योंकि सरसों की फसल पकाव पर है। किसानों द्वारा सरसों की बुआई की गई है जो पक कर तैयार है। मौसम परिवर्तन से सरसों की फसल को लेकर किसान परेशान हैं। आलम यह है कि गुरुवार, शुक्रवार को फुहार वाली बारिश और हवा चलने से कई जगह खेतों में खड़ी फसल लेट गई जिसे देखकर किसान मायूस हैं। 


जिले के सुप्रसिद्ध आधुनिक कृषक किसान श्री राजा बाबू केशरी ने बताया कि मौसम में अचानक बदलाव से सरसों की फसल में नुकसान होने की संभावना है। बेमौसम बरसात से उपजा हुआ फसल अंकुरित हो जाएगा। इससे फसल की गुणवत्ता खराब हो जाएगी। जो फासला पकने को है, उसका उत्पादन घट जाएगा। नमी होने से फफूंद और कीट बढ़ जाएगा। बचाव के लिए मौसम सही होने पर फफूंदनाशक और कीटनाशक दवा का छिड़काव किया जा सकता है।

Post Top Ad -