गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 28 फरवरी 2025, शुक्रवार : भारत सरकार बेहतर शिक्षा के साथ सरकारी विद्यालयों में अन्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सकारात्मक प्रयास कर रही है। इसके लिए सरकार द्वारा प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया "पीएम श्री" स्कूल का दर्जा दिया जा रहा है। ऐसे में गिद्धौर के रतनपुर स्थित अखिलेश्वर हाई स्कूल एवं धोबघट हाई स्कूल जैसे दो उच्च विद्यालयों को "पीएम श्री" के तहत शामिल किया जा रहा है। इन उच्च माध्यमिक विद्यालयों में आगामी सत्र से कक्षा 6 से 8 तक की भी कक्षाएं संचालित की जाएंगी।
आईसीटी लैब के साथ हर शैक्षणिक गतिविधि में दिख रही सकारात्मकता
विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। इसमें कहा गया है कि चयनित विद्यालयों के परिसर में अवस्थित अथवा नजदीकी मध्य विद्यालय में पढ़ रहे छात्रों और शिक्षकों का "पीएम श्री" स्कूल में संविलियन कर लिया जाएगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी इसकी कार्यवाही करेंगे। कक्षा 6 से 8 का संचालन पूर्व से नियुक्त वर्ग 6-8 के शिक्षकों द्वारा किया जाएगा। अभी गिद्धौर के इन दोनो उच्च विद्यालयों में 9वीं से 12वीं तक की पढ़ाई हो रही है। इसके अलावा आईसीटी लैब के साथ-साथ विभागीय नियमानुकूल हर शैक्षणिक गतिविधि में सकारात्मक पहलू देखने को मिला है। स्थानीय सांसद अरुण भारती ने भी दिशा की बैठक में इसकी सराहना की है।
प्लस टू अखिलेश्वर हाई स्कूल रतनपुर एवं हाई स्कूल धोबघट के विद्यालय प्रधानाध्यापक ने प्रशंसा करते हुए कहा कि "पीएम श्री" का दर्जा प्राप्त उपरांत स्कूलों में नियम सख्त तो होंगे ही, कई बदलाव भी देखने को मिलेंगे। बच्चों में अनुशासन भी बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। इस योजना के तहत सभी बच्चों को रोज यूनिफार्म में स्कूल आना अनिवार्य होता है। इसके साथ ही स्कूल के पुस्तकालय व प्रयोगशाला को सुव्यवस्थित करना, सभी बच्चों को पाठ्य सामग्री व खेल सामग्री की व्यवस्था की जाती है।
पीएम श्री का दर्जा मिलने से विद्यालयों में मूलभूत सुविधाओं व शैक्षणिक स्तर में होगी वृद्धि
बता दें कि जमुई जिले के 10 प्रखंडों में कुल 17 स्कूल "पीएम श्री" में शामिल किए गए हैं। इनमें सिकंदरा,अलीगंज और सोनो प्रखंड से एक-एक, जबकि बरहट, चकाई, गिद्धौर, लक्ष्मीपुर, जमुई, झाझा व खैरा प्रखंड से दो-दो विद्यालयों को "पीएम श्री" का दर्जा मिला है। अब इन विद्यालयों में मूलभूत सुविधाओं व शैक्षणिक स्तर में वृद्धि होगी। गौरतलब है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिपेक्ष्य में मध्य विद्यालय एवं माध्यमिक/उच्च माध्यमिक विद्यालय में कक्षा के संचालन में परिवर्तन करना अपेक्षित किया गया है।