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गुरुवार, 7 नवंबर 2024

गिद्धौर बाजार में लगा कचड़े का अंबार, गंदे रास्ते से दंडवत देते छठ घाट जा रहे व्रती

गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 7 नवंबर 2024, गुरुवार : चराचर जगत के पालनहार भगवान भास्कर की आराधना के महापर्व छठ को लेकर गिद्धौर का माहौल भक्तिमय हो गया है। छठ शुद्धता, स्वच्छता और सात्विकता का पर्व है। व्रतियों द्वारा इस बात का पूरा ध्यान रखा जाता है कि उनसे गलती से भी कोई गलती न हो जाए।

गिद्धौर बाजार खरना यानि बुधवार की सुबह से ही गुलज़ार रहा। जहां गिद्धौर प्रखंड क्षेत्र और निकटम गांवों के लोगों ने छठ पूजा को लेकर खरीदारी की। लॉर्ड मिंटो टावर चौक, महावीर मंदिर तिराहा, राजमहल चौक आदि पर अस्थाई दुकानों में छठ पूजा की सामग्रियों की बिक्री की गई।
इसके बाद दुकानदार अपनी अस्थाई दुकानों को समेटकर घर तो चले गए लेकिन बाजार में फैले कचड़ों की सफाई पर सब ने आँखें बंद कर ली। लॉर्ड मिंटो टावर चौक परिसर और आसपास की सड़क पर कचड़े का अंबार लगा है।
व्रतियों के छठ घाटे जाने का सिलसिला दोपहर 2 बजे से ही शुरू हो गया है। ऊपर की तस्वीर गुरुवार, 7 नवंबर 2024 की दोपहर 2:39 बजे की है। जिसमें स्पष्ट देखा जा सकता है कि दंडवत देते हुए छठ घाट तक जाने वाली व्रती महिलाएं कचड़े और गंदे रास्ते से ही जाने को विवश हैं। तस्वीर लॉर्ड मिंटो टावर चौक से राजमहल की ओर आने वाली सड़क की है।

लॉर्ड मिंटो टावर चौक परिसर एवं जमुई–झाझा जाने वाले एनएच की सफाई प्रतिवर्ष जदयू व्यावसायिक प्रकोष्ठ के गिद्धौर प्रखंड अध्यक्ष अजीत कुमार के नेतृत्व में होता आ रहा है। इस वर्ष इन स्थानों पर फैले कचड़ों की साफ सफाई को लेकर पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि गिद्धौर बाजार के व्यवसायियों द्वारा इस बार आर्थिक सहयोग से हाथ मोड़ लिया गया। सबसे चंदा इकट्ठा कर हर वर्ष बाजार में साफ सफाई करवाया जाता है।

अजीत ने बताया कि –
इस वर्ष जब अपने सहयोगी के साथ आर्थिक सहयोग लेने गिद्धौर बाजार के दुकानों में गए तो महज 5 से 10 रुपए सहयोग के तौर पर दिया गया। जबकि सफाई के लिए 10 श्रमिकों को लगाया है। ट्रैक्टर से कचड़े का उठाव होगा, उसका भी चार्ज देना होगा। ऐसे में जब व्यवसायियों द्वारा आवश्यकतानुसार आर्थिक सहयोग नहीं किया जा रहा है तो सफाई करवाने में दिक्कतें आ रही हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा भी इसपर ध्यान नहीं दिए जाने से बाजार की समुचित तरीके से सफाई नहीं हो सकी है।

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