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गुरुवार, 28 नवंबर 2024

समय पर धान कटाई न होने से फसल पर हो रहा खराब असर, किसान चिंतित

गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 28 नवंबर 2024, गुरुवार : मजदूरों की कमी तथा खेतों में अत्यधिक नमी के वजह से प्रखंड के किसानों की धान की कटनी प्रभावित हो रही है। इस कारणवश प्रखंड के किसानों को रवि फसलों की गेहूं बुवाई समय से नहीं हो पा रही है। कृषि कार्यालय के अनुसार इस रवि सीजन में सैकड़ों हेक्टेयर खेतों में रबी फसल की बुवाई करने का लक्ष्य निर्धारित है। जिसमें अब तक प्रखंड क्षेत्र में तिलहनी फसल 35 प्रतिशत जबकि दलहनी फसल 40 प्रतिशत अच्छादित किया जा चुका है।

वहीं मजदूर की कमी के कारण ससमय धान की कटनी नहीं होने के कारण अभी मात्र 30 से 40 प्रतिशत धान की कटनी संभव हो पाई है। फलस्वरुप गेहूं की बुवाई संभव नहीं हो पा रही है।
बता दें कि प्रखंड क्षेत्र में मजदूरों की कोई कमी नहीं है। लेकिन क्षेत्र में कोई नियमित काम नहीं होने के कारण क्षेत्र के मजदूर दूसरे प्रदेश के ईट भट्टों पर मजदूरी करने के लिए पलायन कर जाते हैं। जिस कारण धान कटनी और गेहूं कटनी के समय किसानों को मजदूरों की समस्या से रूबरू होना पड़ता है। 
हालांकि धान रोपनी के समय ईट भट्टा बंद हो जाने के बाद क्षेत्र में मजदूरों की कोई कमी नहीं होती है। मजदूरों की कमी के कारण खेतों में तैयार फसलों को घर लाने के लिए किसान के पास मशीन ही एकमात्र विकल्प रह जाता है। मशीन से फसल कटाई के बाद जानवरों के लिए चारा की कमी की समस्या के साथ-साथ फसल के अवशेषों को जलाने से खेतों की उर्वरा शक्ति की भी क्षति होती है।

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