गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 23 सितंबर 2024, सोमवार : शिक्षा के क्षेत्र में अविस्मरणीय योगदान करने वाले शिक्षाविद दया नाथ झा के द्वितीय पुण्यतिथि पर गिद्धौर सेंट्रल स्कूल परिसर में श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित की गई। इस सभा में शिक्षाविदों, बुद्धिजीवियों और समाजसेवियों ने स्व. डी एन झा के व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा की। इस दौरान स्कूली शिक्षक, जे एस एस प्रशिक्षु व आगंतुकों द्वारा शिक्षाविद् दया नाथ झा के तस्वीर पर पुष्प माला अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान दो मिनट के लिए प्रार्थना सभा भी आयोजित की गई।
गिद्धौर सेंट्रल स्कूल के निदेशक अमर सिंह ने कहा कि दिवंगत शिक्षाविद् डी एन झा ने शिक्षित समाज की कल्पना की थी। गिद्धौर सेंट्रल स्कूल की स्थापना में उनका अहम योगदान था। मध्य विद्यालय बाराजोर झाझा से प्राचार्य के रूप में सेवानिवृत्त के बाद भी अपने पूरे जीवन काल के दौरान समाज में शैक्षणिक उत्थान के लिए समर्पित रहे।
वहीं भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय द्वारा प्रायोजित जन शिक्षण संस्थान जमुई के निदेशक अंशुमान ने दिवंगत शिक्षाविद् दया नाथ झा के जीवन से आज के शिक्षिकों को अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठता की सीख लेने की बात कही। मौके पर जन शिक्षण संस्थान जमुई के प्रोग्राम असिस्टेंट कुन्दन कुमारी, जे एस एस के प्रशिक्षु, स्कूल के शिक्षक, छात्र-छात्राऐं आदि मौजूद रहे।
इधर, शिक्षाविद् दया नाथ झा के द्वितीय पुण्यतिथि पर सांसद अरुण भारती, मंत्री सुमित कुमार सिंह, जिला विधिज्ञ संघ के महासचिव अमित कुमार, शिक्षक नेता आनन्द कौशल सिंह ने भी शोक व्यक्त किया है। उन्होंने बताया है कि दिवंगत शिक्षाविद् डी एन झा ने शिक्षा के क्षेत्र में अमिट छाप छोड़ी है। समाज के शैक्षणिक उत्थान में उनका योगदान अविस्मरणीय है। वर्तमान पीढ़ी डी एन झा के आदर्शों को आत्मसात करें,ये उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
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