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सोमवार, 15 जुलाई 2024

जमुई : एसडीएम-एसडीपीओ ने बैठक कर की श्रावणी मेला और मुहर्रम के तैयारियों की समीक्षा

जमुई/बिहार (Jamui/Bihar), 14 जुलाई 2024, रविवार : अनुमंडल पदाधिकारी अभय कुमार तिवारी ने अपने कार्यालय कक्ष में श्रावणी मेला और मुहर्रम को देखते हुए जिले के प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और नामित लोगों को जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दूसरे की धार्मिक भावना को आहत करने वालों के साथ कड़ाई से निपटें। आगामी पर्व-त्योहारों के दृष्टिगत सुदृढ़ कानून व्यवस्था तथा महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के सफल आयोजन के लिए सजग और सचेत रहें। जनहित में सभी देय दायित्वों का निष्ठा के साथ निर्वहन करें।

श्री तिवारी ने कहा कि आगामी 22 जुलाई से पवित्र श्रावण मास प्रारंभ हो रहा है। इस अवधि में श्रावणी शिवरात्रि , नागपंचमी और रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा। श्रावण मास में परंपरागत कांवर यात्रा होती है। देश-विदेश के शिव भक्त इसमें शामिल होते हैं। 17-18 जुलाई को मुहर्रम तथा 21 जुलाई को गुरु पूर्णिमा का पावन अवसर तय है। इस दरम्यान कानून व्यवस्था , सुरक्षा , स्वास्थ्य , पेयजल , स्वच्छता , बिजली आदि मूलभूत सुविधाओं की दरकार होती है। इसके लिए हर किसी को सतर्क-सावधान रहने की आवश्यकता है। 

एसडीएम ने कहा कि पारंपरिक श्रावणी मेला की दृष्टि से जमुई जिला की सीमा से जुड़े सभी प्रखंड अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं। सौहार्दपूर्ण माहौल के लिए स्थानीय प्रशासन सीमावर्ती राज्यों से सतत संवाद-संपर्क-समन्वय बनाये रखें। श्रावणी मेला के दरम्यान कांवर यात्रा आस्था और उत्साह का प्रतीक है। परंपरागत रूप से भजन-कीर्तन और गीत-संगीत इसका हिस्सा है। यह सुनिश्चित करें कि भजन- कीर्तन और गीत-संगीत आदि की आवाज निर्धारित मानकों के अनुरूप ही हो। डीजे किसी भी सूरत में नहीं बजेगा। श्रद्धालुओं की आस्था का सम्मान करते हुए कांवर यात्रा मार्ग पर कहीं भी खुले में मांस आदि की खरीद-बिक्री न हो।

यात्रा मार्ग पर स्वच्छ्ता-सैनिटाइजेशन बनी रहे। स्ट्रीट लाइट की अच्छी व्यवस्था हो। कांवरियों की सुविधा के लिए कांवर शिविर लगाने वाली समितियों का सहयोग लें। यात्रा मार्गों को चिन्हित करते हुए भीड़ प्रबंधन , रूट डायवर्जन , पुलिस बल की तैनाती , सीसीटीवी कैमरों आदि की व्यवस्था समय से कर ली जाए। कांवर यात्रा के मार्ग पर जर्जर बिजली के खंभे , झूलते-लटकते बिजली के तार आदि प्रबंधन समय से कर लिया जाए ताकि श्रद्धालुओं को अतिरिक्त समस्या न हो। साथ ही किसी प्रकार की दुर्घटना की स्थिति न आए।

एसडीएम ने कहा कि श्रावण मेला के दौरान कांवर यात्रा के अतिरिक्त हर गांव , कस्बे और नगर में सोमवार को शिवालयों में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होता है। इस स्थिति में शिवालयों के आस-पास परिवेश स्वच्छ होना चाहिए। नालियां जाम न हों , उनकी साफ-सफाई समय से करा ली जाए। नगर परिषद द्वारा इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही की जाए। प्रतिबंधित पॉलीथिन का प्रयोग कतई न हो , इसे सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने श्रावणी मेला को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए हर संभव प्रयास किए जाने की बात कही।
PROMOTIONAL 
एसडीएम ने मुहर्रम की चर्चा करते हुए कहा कि जुलूस के दौरान निकलने वाली ताजिया से जुड़ी समितियों और पीस कमेटी के साथ स्थानीय प्रशासन द्वारा संवाद-समन्वय बनाया जाए। विगत वर्ष यहां दुर्घटनाएं घटित हुई थी। उनसे सीख लेते हुए इस वर्ष सभी आवश्यक प्रबंध किया जाना चाहिए।

ताजिया की ऊंचाई परंपरा के अनुरूप ही हो। दुर्घटना का कारक बनने वाले अनावश्यक रूप से ओवरसाइज ताजिया जुलूस में न शामिल किया जाए। पर्व-त्योहार में प्रशासन द्वारा आम जन को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। धार्मिक परंपरा और आस्था को सम्मान दें , लेकिन परंपरा के विरुद्ध कोई कार्य न हो इसका ख्याल रखें। 

अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सतीश सुमन ने कहा कि धार्मिक यात्राओं और जुलूसों में अवांछित हरकत पर ध्यान रखना है। ऐसा कोई व्यवहार न हो , जिससे दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हो। ताजिया वहीं रखे जाएं जहां किसी प्रकार का विवाद न हो। यदि नया विवाद सामने आता है तो पहले उसका निस्तारण करें फिर निर्णय लें।
(बैठक में शामिल पदाधिकारी)
हर एक पर्व शांति और सौहार्द के बीच संपन्न हों , इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। ताजिया जुलूस व्यवस्थित हो ताकि आवागमन बाधित न हो सके। शरारती तत्व दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं , ऐसे मामलों पर नजर रखना होगा। नामित स्थानों पर पर्याप्त संख्या में जवान तैनात किए जाएंगे।

सुरक्षा में कोई सेंध न लगा पाए , इसके लिए हमें हर समय अलर्ट रहना होगा। शिविर लगाने वालों का सत्यापन करें। अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता से निपटा जाए। ड्रोन से भी निगरानी करें। बरसात का मौसम प्रारंभ हो चुका है ऐसे में स्वास्थ्य की आपातकालीन सेवाएं अलर्ट मोड में रहे। कांवर यात्रियों को अपातकाल में तत्काल स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध होनी चाहिए। श्रावण मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत सभी आवश्यक प्रबंध समय से कर लिया जाए।

बैठक में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने अनुमंडल पदाधिकारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के निर्देशों को आत्मसात किया और इसके अनुरूप दायित्वों का निर्वहन किए जाने का संकल्प लिया।

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