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गुरुवार, 16 मई 2024

गिद्धौर : ब्रह्मकुमारीज द्वारा राजयोग साधना कार्यक्रम में बताए गए तनाव व मानसिक दबाव से मुक्ति के उपाय

(राजयोग साधना शिविर को संबोधित करतीं राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी कंचन दीदी)
गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 16 मई 2024, गुरुवार : राजयोग द्वारा हम अपनी इन्द्रियों पर संयम रखकर अपने मनोबल को बढ़ा सकते हैं। वर्तमान की सभी समस्याओं का मूल कारण इन्द्रियों की चंचलता है। तनाव व मानसिक दबाव से मुक्ति पाने के लिए राजयोग करना चाहिए। उक्त बातें प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी कंचन दीदी ने स्थानीय गायत्री मंदिर परिसर में कही। राजयोग साधना कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उन्होंने कहा कि राजयोग के द्वारा सहनशीलता, नम्रता, एकाग्रता, धैर्यता, शांति जैसे अनेक सद्गुणों का विकास होता है। राजयोग के अभ्यास द्वारा ही अतिइन्द्रिय सुख की अनुभूति होती है, जिसके कारण संसार के वस्तु वैभव का सारा सुख फीका लगने लगता है।
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राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी कंचन दीदी ने कहा - 
राजयोग के अभ्यास से हम तनाव से मुक्त रह सकते हैं। राजयोग द्वारा हम विपरीत परिस्थितियों में सकारात्मक दृष्टिकोण बनाकर आशावादी बनने की कला ला सकते हैं, जिससे हर परिस्थिति में हम विजयी बन सकते हैं। हम अपने आपको भूल गये। पिता को भूल गये, जिसके कारण हम से भूल होती गई।
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उन्होंने कहा कि वास्तव में हम सभी आत्मा-आत्मा भाई-भाई हैं। एक शिव परमपिता परमात्मा की संतान हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिवेश में तनाव मुक्ति की आवश्यकता है। तनाव मुक्ति वाला ही रचनात्मक कार्य कर सकता है। उसका मनोबल मजबूत होगा तो जीवन के हर कार्य में सफलता हासिल कर सकते हैं।
(राजयोग साधना कार्यक्रम में शामिल महिला-पुरुष)
इस अवसर पर प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के गिद्धौर सेंटर से राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी सरिता दीदी, लखीसराय सेंटर से राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी रीता दीदी, गिद्धौर सेंटर से राजयोगी ब्रह्मकुमार अरविंद भाई, माउंट आबू से आए राजयोगी ब्रह्मकुमार बिंदेश्वरी भाई सहित ब्रह्मकुमारीज से जुड़े भाई-बहन एवं गायत्री परिवार के सदस्य मौजूद थे।

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