- भाजपा में शामिल होने के बाद पैतृक गांव गिद्धौर पहुंचे प्रगति
- जातीय जनगणना में धानुक समाज की संख्या कम दिखाए जाने पर थे हमलावर
- जदयू छोड़ भाजपा में शामिल हुए हैं प्रगति मेहता
गिद्धौर/जमुई। भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद अपने पैतृक गांव गिद्धौर पहुंचे मुंगेर लोकसभा के पूर्व प्रत्याशी प्रगति मेहता ने कहा कि इस बार मुंगेर की जनता सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह के किसी झांसे में नहीं आने वाली है। पांच साल उनको मुंगेर संसदीय क्षेत्र की याद नहीं आई और अब जब जदयू ने उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष से हटा दिया तो वे कह रहे हैं कि क्षेत्र में समय देने के लिए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहे हैं। पर अब हकीकत यही है कि मुंगेर की जनता ने उन्हें पूरी तरह से नकार दिया है।
गिद्धौर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रगति मेहता ने कहा कि ललन सिंह जब तक जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे तब तक पार्टी को समाप्ति के कगार पर पहुंचा दिया। वाजिब बात करने वालों को किनारे कर दिया। जिन्हें वे सर्वमान्य नेता कहते हैं, उनके करीबियों को चुन-चुनकर पार्टी में दरकिनार कर दिया। अब जब नीतीश कुमार ने उनसे इस्तीफा ले लिया तो वे संसदीय क्षेत्र में समय देने की बात कह रहे हैं। यह सच्चाई है कि पिछले पांच साल उन्होंने मुंगेर लोकसभा की जनता को समय दिया ही नहीं। विकास करने के बजाय कुछ जगह मीट-भात का भोज करते रहे, लेकिन जनता अब इनके बहकावे में आने वाली नहीं है।
ज्ञातव्य हो कि प्रगति मेहता पहले जदयू में ही प्रदेश महासचिव थे। जातीय गणना में धानुक समाज की संख्या कम दिखाए जाने को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उसमें सुधार की मांग की थी। प्रगति के अनुसार तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को यह बात पार्टी विरोधी लगी और उनके आदेश पर प्रगति मेहता को पार्टी से निकाल दिया गया। विगत 29 दिसंबर को वे भाजपा में शामिल हो गए।
भाजपा में शामिल होने के बाद पैतृक गांव गिद्धौर पहुंचने पर प्रगति मेहता का भाजपा कार्यकर्ताओं एवं उनके समर्थकों ने माला पहनाकर एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। प्रगति ने कहा कि बिहार के विकास और विशेष रूप से अपने गांव के उत्तरोत्तर विकास के लिए वे कृत संकल्पित हैं।
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