यहां मनरेगा विभाग व कार्य एजेंसी पंचायत राज गंगरा की ओर से धनियांठीका धड़ईनामा पईन खुदाई का सिर्फ शिलापट्ट लगाकर लाखो रुपये की निकासी कर ली गई है।जबकि उक्त पईन की खुदाई तो छोड़िए घास तक नही हटाया गया है। विभाग द्वारा लगाए गए शिलापट्ट पर न तो प्राक्लित राशि दर्शाई गई है, न ही योजना संख्या को ही दर्शाया गया है और न ही कार्य प्रारंभ की तिथि को शिलापट्ट पर अंकित किया गया है। जो मनरेगा में चल रहे सरकारी राशि के बंदरबांट की कहानी बयां कर रहा है।
मनरेगा के मजदूर लियाकत खान, मुमताज अंसारी, कामरान अंसारी, गोरे यादव, नीतीश कुमार, मोहन मांझी, सुरेश मांझी, झगडू मांझी सहित दर्जनों ग्रामीण मजूदर ने बताया कि मनरेगा पीआरएस व कार्य एंजेसी द्वारा कब इस धडईनामा पईन की खुदाई कर ली गई हम मजदूरों को पता भी नही चल सका।
मजदूरों ने कहा की वर्षो से उक्त पईन मृत प्राय ही पड़ा है सिर्फ सरकारी राशि के लूट की नियत से यहां बोर्ड लगा कर कागज पर ही योजना पूर्ण दिखा लाखों रूपय का वारा न्यारा कर लिया गया है। जिसे देखने वाला कोई नही है।
इस संदर्भ में गंगरा के पीआरएस रमेश भारती ने कहा -
"विभागीय मापदंड के अनुसार ही कार्य करवाया गया है।शिलापट्ट में छूट गए सभी बातों को जल्द ही अंकित करवा दिया जाएगा।"
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