जिलाधिकारी ने इंडोर वार्ड में भर्ती मरीजों को उपलब्ध कराई गई व्यवस्था का जायजा लिया और उपलब्ध सुविधाओं को परखा। उन्होंने प्रतिदिन चादर आपूर्ति की जानकारी ली और नियमानुसार चादर ससमय बदलने समेत भर्ती मरीज के समयांतराल पर निगरानी का निर्देश दिया। इसी क्रम में दवा वितरण की भी जानकारी ली। उन्होंने अस्पताल में प्रचूर मात्रा में दवा के उपलब्ध रहने की बात कही।
जिला कलेक्टर ने सदर अस्पताल में आईसीयू के लिए 10 बेड का प्रबंध किए जाने की बात बताते हुए कहा कि एसएनसीयू का विस्तार किया जाना है। लिफ्ट का भी शीघ्र संचालन शुरू होगा। सीटी स्कैन भी चालू किए जाएंगे। डीएम ने चिकित्सकों की बैठक कर उन्हें मरीजों को शत - प्रतिशत स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के साथ अस्पताल की गुणवत्ता बनाए रखने का निर्देश दिया। उन्होंने स्वच्छता पर बल देते हुए कहा कि इसमें कोताही नहीं किया जाए।
जिलाधिकारी ने तल्ख लहजे में कहा कि अस्पताल कर्मी परिचय पत्र और यूनिफॉर्म में ड्यूटी करेंगे। इसका उल्लंघन किए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सदर अस्पताल के कमरे का अवैध कब्जा किए जाने को गंभीरता से लेते हुए कहा कि जो भी लोग इसमें शामिल हैं वे इसे तुरंत खाली कर दें अन्यथा उन पर भी विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने रोस्टर के मुताबिक चिकित्सकों की मौजूदगी को अनिवार्य करार दिया।सिविल सर्जन डॉ. कुमार महेंद्र प्रताप, डॉ. सैय्यद नौशाद अहमद, अस्पताल प्रबंधक रमेश कुमार पांडे आदि संबंधित जन मौके पर उपस्थित थे।
मालूम हो कि जमुई जिला के सदर अस्पताल में उत्कृष्ट कोटि की चिकित्सीय व्यवस्था हेतु जिला प्रशासन दृढ़ संकल्पित है। जिलाधिकारी लगातार स्वास्थ्य कार्यों की समीक्षा करने के साथ सरप्राइज़ विजिट कर इसे धरा पर उतारने के लिए कटिबद्ध हैं।
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