बरहट/जमुई (Barahat/Jamui), 30 जुलाई 2023 : जीवन में जो हमारा साथ निभाता है उसे हम मित्र कहते हैं। पेड़ पौधे भी हमारे जीवन के लिए अपना सब कुछ त्याग कर जीवन से लेकर मृत्यु तक साथ देते हैं। इससे बढ़कर कोई मित्र नही हो सकता।
उक्त बाते साइकिल यात्रा एक विचार मंच के सदस्यों द्वारा अपने नियमित रविवारीय यात्रा के 395 वें क्रम में बरहट प्रखंड के कटौना ग्राम पहुंचकर ग्रामीणों को संदेश दिया गया।
इसके पूर्व साईकिल यात्रियों द्वारा जमुई श्री कृष्ण स्टेडियम से साइकिल यात्रा निकाली गई जो सतगामा पत्नेश्वर धाम होते हुए बरहट प्रखंड के गादी कटौना ग्राम पहुंची। जहां निजी जमीन में पौधारोपण कर इसे बचाए रखने का संकल्प लिया गया।
अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस के अवसर पर साइकिल यात्रियों द्वारा पेड़ से मित्रवत संबंध रखने की अपील करते हुए सदस्य धीरज कुमार सिंह ने बताया कि मानव का पेड़ पौधों के साथ अटूट रिश्ता रहा हैं। भारतीय संस्कृति में प्रकृति के अन्य चीजों की तरह पेड़ों की पूजा भी की जाती हैं।
बरगद, तुलसी, नीम, खेजड़ी, पीपल जैसे पेड़ों में देवों का वास माना गया हैं। हम पेड़ों के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। हमारी प्रकृति में पेड़ सबसे बड़े परोपकारी हैं वे हमारे लिए अपना सब कुछ निस्वार्थ ही दान कर देते हैं। हमारा भी फर्ज है इन्हे संरक्षित रखें।
सक्रिय सदस्य शैलेश भारद्वाज ने कहा कि पेड़ हमारे सबसे अच्छे मित्र हैं, वे बेस्वार्थ हमें अपने अमूल्य रत्न देते हैं. मगर यह विडम्बना ही है कि हम पेड़ों को अपना दुश्मन मान बैठे हैं। निरंतर पेड़ों की कटाई करने से बाज नहीं आ रहे हैं, वन निरंतर समाप्त हो रहे हैं। इससे बचने के लिए हमे नियमित पौधारोपण कार्यक्रम चलाना चाहिए ओर लगे पौधा का नियमित सेवा करना चाहिए।
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