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गिद्धौर : शिक्षकों ने एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन के साथ किया जाति जनगणना का बहिष्कार

गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 15 अप्रैल : बिहार सरकार के द्वारा 10 अप्रैल 2023 को अधिसूचित "बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक (नियुक्त, स्थानांतरण एवं सेवा शर्त) नियमावली 2023 के खिलाफ संयुक्त शिक्षक मोर्चा,बिहार के द्वारा लिए गए निर्णय के आलोक में शनिवार को प्रखंड मुख्यालय में संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा प्रखंड इकाई गिद्धौर द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया।

सरकार ने चुनाव में जो वादे किए उसके ठीक विपरीत हम शिक्षकों पर नई नियमावली लाकर हमें ठगने का काम किया है, सरकार ने शिक्षकों से वादा किया था कि उन्हें राज्यकर्मी का दिया जाएगा और जब देने की बारी आई तो सरकार ने हमें अपना कर्मी नही मानते हुए सभी सुविधाओं से वंचित कर दिया।
धरना को संबोधित करते हुए प्रखंड अध्यक्ष मंडल के सदस्य बशिष्ठ नारायण यादव ने कहा कि जब हमको सरकार अपना कर्मी ही नही मानती है तो सरकार अपने काम जाति जनगणना को क्यों हम शिक्षकों को करने कहती है।हम शिक्षकों का मौलिक अधिकार बच्चों को पढ़ाना है, इसलिए हम सभी शिक्षकों ने जाति जनगणना का बहिष्कार करने का फैसला लिया गया है।जब तक सरकार हम शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा नही देगी,सरकार के हरेक कार्यो का बहिष्कार किया जाएगा।

वही सभा को संबोधित करते हुए दिनेश रजक ने कहा कि यदि सरकार नई नियमावली वापिस नही लेती है तो हम शिक्षक सड़क से सदन तक धरना प्रदर्शन कर सरकार को उखाड़ फेंकेंगे।धरना प्रदर्शन के बाद पाँच सदस्यीय शिक्षक प्रतिनिधि मंडल ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
इस धरना प्रदर्शन में अध्यक्ष मंडल के सदस्य बशिष्ठ नारायण यादव, दिनेश रजक, राजीव वर्णवाल, कैलाशपति यादव, प्रदीप रजक, दयानंद साव, सनोज कुमार, दिलीप मंडल, राजबंश केशरी, अरुण मंडल, रंजीत राम, प्रेमनाथ केशरी, बाबुल सिंह, राजीव रंजन कुमार, ललन कुमार, अरुण यादव, व्यास कुमार यादव, वंदना कुमारी, कंचन कुमारी, सुनयना कुमारी, आशीष कुमार, शैलेन्द्र पांडेय सहित सैकड़ों शिक्षक उपस्थित थे।

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